नीतीश के इस विधायक ने कहा- ऐसे अफसरों को पीटने की जरूरत है, हम रहते तो कूट देते, Deputy CM भी थे मौजूद
अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले जदयू विधायक एक बार फिर चर्चे में हैं। इस बार उन्होंने डिप्टी सीएम के सामने अफसर को पीटने की बात कह दी। वे एक समीक्षा बैठक में थे इसी बीच...!
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले जदयू विधायक गोपाल मंडल (JDU MLA GOPAL MANDAL) फिर चर्चा में हैं। नगर निगम सभागार में गुरुवार को उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (DY-CM TARKISHOR PRASAD) शहर के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे, इसी बीच जब सिटी मैनेजर की गलती उजागर होने लगी तो जदयू विधायक गोपाल मंडल (JDU MLA GOPAL MANDAL) अपनी सीट से उठे और कहने लगे कि ऐसे अफसर को पीटने की जरूरत है। हम रहते तो यही करते। इस पर उपमुख्यमंत्री ने टोकते हुए कहा कि गोपाल जी, गंभीर मीटिंग हो रही है, इसलिए ऐसा मत बोलिए। दुबारा फिर यह मुद्दा उठा तो विधायक कहने लगे कि लात का देवता बात से नहीं मानता है। हम रहते तो जरूर कूट देते, जब दुबारा उन्हें शांत रहने को कहा गया तो वह अपनी सीट से उठे और यह कहते हुए निकल गए कि इस तरह की बैठक हमारे लिए नहीं है, यहां मान-मनौव्वल हो रहा है। इसके बाद वह बीच बैठक में ही उठकर बाहर चले गए। वहीं जब उनसे मोबाइल पर बात की गयी तो कहा कि हम निगम की बैठक में गए ही नहीं थे, कुणाल जी गए होंगे। जबकि वह एक घंटे तक बैठक में मौजूद रहे।
डिप्टी मेयर ने खोली पोल, और भड़क गए विधायक
समीक्षा के दौरान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने उपमुख्यमंत्री के समक्ष जमकर पोल खोला। निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि डंपिंग ग्राउंड पर कूड़ा डंप करने की बात पूरी तरह से झूठ है। कूड़ा शहर के प्रवेश स्थलों पर सड़क के किनारे गिराया जा रहा है। इससे जन जीवन हरियाली के मुख्यमंत्री के अभियान को निगम ने तहस-नहस कर दिया है। चार जेसीबी में तीन खराब हैं। नाला उड़ाही के लिए डेढ़ करोड़ की सेक्शन मशीन में जंग लगी हुई है। सफाई संसाधन की खरीदारी की फाइल सिटी मैनेजर के पास तीन महिनों में पड़ी रहती है। इस पर सिटी मैनेजर की गलती पकड़ी गई, इसी पर विधायक भड़क गए।
श्मशान घाट की व्यवस्था करें दुरुस्त
बरारी श्मशान घाट पर शवों के दाह संस्कार को लेकर मनमाने तरीके से आर्थिक दोहन के मामले पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नाराजगी व्यक्त किया। इसे लेकर विभाग को कई शिकायत मिली है। लोगों को परेशानी हो रही है। इसके लिए दाह संस्कार कर दर निर्धारित करें।
193 करोड़ रुपये से स्ट्राम वाटर ड्रेन की योजना को मिली स्वीकृति, जलनिकासी की समस्या होगी दूर
समीक्षा के दौरान पता चला की भागलपुर में 383 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट की योजना निविदा के बाद भी अटकी हुई है। जबकि नमामि गंगे नवगछिया, सुलतानगंज व कहलगांव सहित सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट पर कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है। भागलपुर में सीवरेज प्लांट की योजना पर शीघ्र कार्य होगा। इसके लिए विशेष तौर पटना में भागलपुर की योजना की समीक्षा होगी। शीघ्र धरातल पर उतरेगा। वहीं 193 करोड़ रुपये की लागत से दूसरे फेज का स्ट्राम वाटर ड्रेन का निर्माण होगा इसकी स्वीकृति दी गई है। शहर की लचर सफाई व्यवस्था को उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई। सड़क पर जहां-तहां कूड़ा फेंक कर छिपाना अपराध है। हर हाल में डंङ्क्षपग स्थल पर कूड़ा पहुंचे, अगर जगह की कमी है तो अतिरिक्त जमीन का प्रस्ताव भेंजे।
शहर के 80 फीसद हथिया नाला अतिक्रमित है। उन्होंने निगम के अधिकारी से पूछा कितने दिनों में नालों की उड़ाही होगी, इससे अवगत कराएं। 13 अगस्त को भागलपुर आएंगे, समीक्षा भी करेंगे। अगर सुधार नहीं होगा तो कार्रवाई भी होगी। मानव बल लगाकर सफाई कराएं। हथिया नाला पर जहां भी छज्जा व पिलर है उसे तोड़ दे। नालों पर बड़े स्तर पर अवैध निर्माण को तीन दिनों का नोटिस दें। हर हाल में हथिया नाला की उड़ाही करें। इसकी जांच के लिए टीम भेजा जाएगा। इस पर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने नगर आयुक्त को कहा कि अतिक्रमण, नाला उड़ाही हो या सफाई निगम को खुद आगे आना होगा। हथिया नाला पर अतिक्रमण को लेकर अंचल अमीन के साथ एक अधिकारी प्रतिनियुक्त करेंगे। नालों की मापी भी होगी।