Bihar politics: अब भैंस का दूध पीएंगे भाजपा के विधायक जी, चलेंगे इस गाड़ी से

Bihar politics बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान एक बार फ‍िर चर्चा में आ गए हैं। उन्‍होंने विधायक की पहली सैलरी से भैंस खरीदी। साथ ही विधानसभा से लॉन लेकर स्‍कॉपियो खरीदी है। इन सारी बातों को उन्‍होंने इंटरनेट मीडिया पर साझा किया है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 02 Apr 2021 03:57 PM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 03:57 PM (IST)
Bihar politics: अब भैंस का दूध पीएंगे भाजपा के विधायक जी, चलेंगे इस गाड़ी से
बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत पीरपैती विधानसभा के विधायक ललन पासवान।

ऑनलाइन डेस्‍क, भागलपुर। राजद सुप्रीमो लालू यादव से बातचीत का ऑडियो वायरल करने के बाद सुखिर्यों में आए भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा के विधायक ललन पासवान एक बार फ‍िर खुद को चर्चा में लाने के लिए अपने पहले वेतन से भैंस खरीद ली। उनकी भैंस की कीमत 60 हजार रुपये है। साथ ही उन्‍होंने अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण के लिए 51 हजार की राशि भी भेजी है। राम मंदिर निर्माण की राशि उन्‍होंने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के माध्‍यम से भेजी।   

ललन पासवान पहली बार विधायक बने हैं। वे भाजपा के विधायक हैं। पीरपैंती विधानसभा से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़े। पहली बार वे हार गए थे।

उन्‍होंने नई स्कार्पियो गाड़ी बिहार विधानसभा परिसर में ही भवन के शताब्दी वर्ष की पूर्व संध्या पर खरीदी। उन्‍होंने पटना के शो रूम ऑनर को स्कॉपियो विधानसभा परिसर में उपलब्‍ध करवाने को कहा। शो रूम ऑनर ने उन्‍हें स्कॉपियो वहां आकर उपलब्‍ध कराया। स्कॉर्पियो खरीदने के लिए विधायक ललन पासवान ने विधानसभा से लोन लिया था।

12 सालों बाद आया भैंस

पीरपैंती विधायक ललन पासवान ने 60 हजार रुपए में पर भैंस खरीदी है। 12 सालों बाद उनके दरवाजे पर भैंस आया। उनका कहना है कि वे अपनी पहली तनख्वाह से एक भैंस खरीदें,  वे यह बचपन से चाहते थे। बचपन से ही उनका गाय-भैंस सहित अन्‍य पशु-पक्षियों से विशेष लगाव रहा है। पहले उनके पास आधे दर्जन भैंसे हुआ करती थीं। उन्‍हें भैंस का दूध काफी पसंद है।  

लगातार इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहते हैं

ललन इंटरनेट मीडिया में भी काफी सक्रिय रहते हैं। हर गतिविधि को इंटरनेट मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। उन्होंने भैंस और नई गाड़ी खरीदने की जानकारी इंटरनेट मीडिया के माध्‍यम से दी। वे लगातार विधानसभा में भी अपनी बातें गंभीरता से रखते हैं। स्‍थानीय समस्‍याओं को वे विधानसभा में उठाते हैं। इसकी भी जानकारी वे लगातार इंटरनेट मीडिया के माध्‍यम से लोगों तक पहुंचाते हैं।

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