Bihar politics: ओवैसी के बाद उनके विधायकों ने PM नरेंद्र मोदी को बंगाल चुनाव पर घेरा, कही बड़ी बात

Bihar politics ओवैसी के बाद बिहार के ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पांचों विधायकों ने पीएम की पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली पर सवाल उठाए हैं। विधायक ने कहा कि सत्‍ता पाने के लिए पीएम किसी भी हद तक जा सकते हैं। देश कोरोना से जूझ रहा है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 27 Apr 2021 04:52 AM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 05:57 AM (IST)
Bihar politics: ओवैसी के बाद उनके विधायकों ने PM नरेंद्र मोदी को बंगाल चुनाव पर घेरा, कही बड़ी बात
बिहार के ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पांचों विधायक।

भागलपुर, ऑनलाइन डेस्‍क। Bihar politics: कोरोना काल में एआइएमआइएम (AIMIM) सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल में चुनावी सभा की आलोचना की थी। इसके बाद बिहार के पांचों एआइएमआइएम (AIMIM) विधायक ने केंद्र सरकार, राज्‍य सरकार खासकर प्रधानमंत्री की काफी आलोचना की है। इन विधायकों का आरोप है कि इस कोरोना संकट से जूझ रहा है। अस्‍पताल में सुविधा नहीं है। कोरोना के कारण लोग डरे सहमे हैं। प्रतिदिन अप्रिय घटना सुनने को मिल रही है। इसके बावजूद पीएम पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली कर रहे हैं। उन्‍होंने वहां इतने चरणों में चुनाव कराये जाने पर भी सवाल उठाया है। विधायकों ने कहा कि सत्‍ता पाने के लिए भाजपा वहां बेताव है। चुनावी सभाओं और रोड के कारण वहां पश्चिम बंगाल में काफी लोग संक्रमित हो रहे हैं।

बिहार में AIMIM के पांच विधायक हैं

बिहार में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) के पांच विधायक हैं। इसके राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) हैं। बिहार के किशनगंज, पूर्णिया और अररिया के पांच विधानसभा क्षेत्रों में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की जीत हुई। किशगनंज के कोचाधामन विधानसभा से हाजी इजहार असफी, किशगनंज के बहादुरगंज विधानसभा से अंजार नईमी, पूर्णिया के अमौर विधानसभा से अख्तरुल इमान, पूर्णिया के बायसी विधानसभा के मो रूकनुद्दीन और अररिया के जोकीहाट विधानसभा शाहनवाज आलम इस पार्टी के विधायक हैं। विधायक अख्तरुल इमान प्रदेश अध्‍यक्ष के साथ-साथ विधानसभा में पार्टी के नेता है।

सरकार को विकास से कोई लेना देना नहीं

बिहार के इन पांचों विधायकों ने कोरोना को लेकर केंद्र और राज्‍य सरकार की काफी आलोचना की है। इन विधायकों ने कहा कि कोरोना से पूरा देश जूझ रहा है। केंद्र और राज्‍य सरकार को जनता की कोई चिंता है। विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली पर सवाल उठाए। कहा कि सत्‍ता पाने के लिए सिर्फ राजनीति हो रही है। विकास से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही यह भी कहा कि अस्‍पताल में कोई सुविधा नहीं है। बाहर से लौट कर घर आ रहे लोगों के पास रोजगार नहीं है। सभी डरे हुए हैं। आर्थिक संकट से परिवार जूझ रहा है।

उठाए सवाल-पश्‍चिम बंगाल में इतने चरणों में चुनाव करना क्‍या जरुरी था?

पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि देश अभी राष्‍ट्रीय वैश्चिक बीमारी से जूझ रहा है। इसके बावजूद केंद्र और बिहार सरकार गंभीर नहीं है। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की हालत चरमरा गई है। ऑक्‍सीजन के अभाव में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मारे जा रहे हैं। जो मजदूर बाहर से लौट रहे हैं उनके पास काम नहीं है। वे सभी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री शारीरिक दूरी का पालन करने और मास्‍क पहनने की नसीहत दे रहे, वहीं पश्चिम बंगाल में स्‍वयं प्रधानमंत्री लगातार चुनावी रैली में शामिल हो रहे हैं। जहां लाखों की भीड़ रहती है। चुनावी सभा और रोड शो में भाजपा के कई बड़े नेता और मंत्री भी लगातार पहुंच रहे हैं। इससे कोरोना का संक्रमण और बढ़ रहा है। आज पश्चिम बंगाल में कोरोना की स्थिति काफी भयावह है। उन्‍होंने कहा कि सत्‍ता पाने के लिए सरकार किसी भी हद तक जा सकती है। उन्‍होंने सवाल पूछते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में इतने चरणों में चुनाव करना क्‍या जरुरी था। ज्‍यादा गंभीर स्थिति होने पर चुनाव को स्‍थगित भी किया जा सकता है। लेकिन सरकार को सत्‍ता चाहिए। उन्‍होंने कहा अन्‍य देशों ने कोरोना पर नियंत्रण कर लिया। वहां सभी तरह के एहतियात किया गया। उन्‍होंने सरकार केंद्र सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है, जिससे जनता को कोई लेना देना नहीं है। कहा कि केंद्र को टोपी, दाढ़ी, नमाज, मस्जिद, तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) आदि से केंद्र को फुर्सत मिले तब का देश की जनता के बारे में वे सोचेंगे। केंद्र सरकार उन्‍माद फैला रही है।

धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की सरकार को समर्थन

विधायक हाजी इजहार असफी और अंजार नईमी ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्‍टर डरे हुए हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का हाल खराब है। अस्‍पताल में बेड और ऑक्‍सीजन नहीं है। कोरोना से लगातार मौतें हो रही है। इसके बावजूद राज्‍य और केंद्र सरकार गंभीर नहीं है। अंजार नईमी ने कहा कि अगर बिहार में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की सरकार बनती है तो एआइएमआइएम (AIMIM) उस सरकार को समर्थन देगी। इससे पहले, एआइएमआइएम (AIMIM)  सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं और मंत्रियों के पश्चिम बंगाल में कोरोना काल में आयोजित चुनावी सभाओं की काफी आलोचना की थी। कहा कि इससे कोरोना वायरस का संक्रमण काफी बढ़ेगा।

दुविधा में है राज्‍य सरकार

विधायक मो रूकनुद्दीन और शाहनवाज आलम ने राज्‍य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यहां कोई सिस्‍टम ही नहीं है। नाइट कर्फ्यू का कोई मायने नहीं है। सरकार दुविधा में है। सब कुछ नीयती पर छोड़ दिया गया है। अस्‍पतालों में मरीजों की भर्ती नहीं होती है। सरकार कोरोना को लेकर झूठ आंकड़ा लोगों को बताती है। चिकित्‍सक और संसाधन भी अस्‍पतालों में नहीं है। लोग काफी दहशत में हैं। उन्‍होंने कहा सरकार को कोरोना गंभीरता से लेनी चाहिए। बढि़या कार्य योजना बननी चाहिए। स्‍वास्‍थ्‍य सेवा दुरुस्‍त किया जाय। जांच की समुचित व्‍यवस्‍था हो।

chat bot
आपका साथी