Bihar Police SI Result: प्रीति ने लगाई लंबी छलांग सिपाही से बनी सार्जेंट, अलका भी हुईं सफल, कई ने लहराए सफलता के परचम

Declared Bihar Police SI Result बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। सब इंस्‍पेक्‍टर परिचारी एवं कारा सहायक अधीक्षक परीक्षा के प्रारंभिक एवं मुख्‍य लिखित परीक्षा के बाद फिजिकल टेस्‍ट के बाद रिजल्‍ट जारी किया गया। भागलपुर के कई सिपाही भी इसमें सफल हुए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 09:49 AM (IST)
Bihar Police SI Result: प्रीति ने लगाई लंबी छलांग सिपाही से बनी सार्जेंट, अलका भी हुईं सफल, कई ने लहराए सफलता के परचम
भागलपुर में दारोगा परीक्षा में सफल परीक्षार्थी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Police SI Result: सिपाही से लंबी छलांग लगा सार्जेंट बनी प्रीति कुमारी खुशी से फूली नहीं समा रही थी। हमेशा शांत रहने वाली प्रीति की खुशियों में मोबाइल बार-बार बजकर खलल डाल रहा था। मोबाइल से हटते ही बोली कि यह सफलता मेरी मां सुनयना देवी, पिता रामाशीष प्रसाद और पति राजीव कुमार के उत्साह बढ़ाने और यहां तैनात दो डीआइजी सर विकास वैभव और सुजीत कुमार के सहयोग से संभव हो पाया है। मां, पिता और पति नेे जहां घरेलू काम से अलग रखते हुए मनोयोग से सार्जेंट परीक्षा की तैयारी में लगे रहने का हौसला दिया। विकास सर और सुजीत सर ने परीक्षा को लेकर कभी छुट्टी देने में देर नहीं की। फिजिकल परीक्षा के लिए 20 दिनों की छुट्टी बेहिचक दे सुजीत सर ने हमें अपना गोल तय करने में जो मदद की वह ताजन्म नहीं भूल सकेगी। वही सार्जेंट मेजर केके शर्मा को खेल मैदान का बेहतर कोच बताया। नवादा जिले के प्राणचक गांव की रहने वाली 2013 बैच की प्रीति को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। कार्यालय के तमाम सहयोगियों ने भी प्रीति को बधाई दी।

लक्ष्य पूरा करने में अलका को काम आया मनोयोग और सहयोग

पुलिस केंद्र में सिपाही के रूप में योगदान देने वाली 2015 बैच की अलका कुमारी अपनी सफलता का श्रेय मम्मी अंजू देवी, पापा विजय कुमार यादव और एसएसपी निताशा गुड़िया को मददगार मानती हैं। अलका ने कहा कि उसे सिपाही से दारोगा बनने की राह में आने वाले तमाम बाधाओं को दूर करने के लिए मम्मी और पापा ने मनोबल बढ़ाया तो एसएसपी मैडम की कम्युनिटी पुलिसिंग में भरपूर सहयोग ने मुकाम पाने में राह काफी आसान कर दी। वह रोज सैंडिंस के मैदान में शारीरिक अभ्यास को भी पहुंचती। सार्जेंट मेजर के सहयोग की भी प्रशंसा करते हुए अलका ने कहा कि जो भी मैदान में पहुंचे उन्हें सफलता का मंत्र देने में सार्जेंट केके शर्मा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मैदान में नीरज सर समेत वहां पुलिस परिवार के सहयोग से चलाए जा रहे अभियान में लगे सभी शिक्षक ने भरपूर मदद की। नालंदा जिले के तूफानगंज गांव के मिडिल स्कूल से बिहारशरीफ सोहसराय किसान कॉलेज से स्नातक की अलका ने अपनी लगन और मेहनत से जो लक्ष्य बनाया उसे भेद कर दिखाया। गुरुवार को अलका को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।

दारोगा भर्ती परीक्षा में सात सिपाहियों ने लहराया सफलता का परचम

दारोगा भर्ती परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित होते ही भागलपुर जिला बल के कई सिपाहियों के चेहरे खिल उठे। पुलिस केंद्र में कोई शोर मचाकर तो कोई फेसबुक लाइव होकर अपनी खुशी का इजहार किया। दरअसल दारोगा भर्ती में भागलपुर में तैनात सात सिपाहियों ने बाजी मार ली है। सबके सब उनके बीच के हैं जिनकी सफलता पर सभी फूले नहीं समा रहे थे। बिहार पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल इन सिपाहियों की सफलता ने उनका मान बढ़ाया। डीआइजी कार्यालय में तैनात एक महिला सिपाही ने सार्जेंट की परीक्षा में बाजी मार अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाया है। सार्जेंट मेजर कृष्ण कुमार शर्मा ने सिपाहियों की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए उसे लगन की जीत बताई। उन्होंने सफल सिपाहियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। पुलिस मेंस एसोसिएशन के भागलपुर इकाई के अध्यक्ष सुमेश यादव ने सिपाहियों की इस सफलता को उनकी लगन और मेहनत की जीत बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस परिवार के बीच से दारोगा और सार्जेंट की परीक्षा में चयनित सिपाहियों ने दिखा दिया कि लगन और हौसले से किसी भी ऊंचाई को छुआ जा सकता है। एसोसिएशन और पुलिस परिवार को इन सिपाहियों पर गर्व है। इनकी सफलता परिवार के अन्य सदस्यों को आने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगी।

इन सिपाहियों को मिली सफलता

1. गोविंदा कुमार 2. शिवकुमार पासवान 3. पप्पू कुमार 4. विक्रम चौधरी 5. अलका कुमारी 6. सावित्री कुमारी को दारोगा में सफलता मिली है। जबकि डीआइजी कार्यालय में तैनात प्रीति कुमारी ने सार्जेंट कैटेगरी की परीक्षा के अंतिम परिणाम में बाजी मारी है।

बिहार पुलिस के अवर सेवा आयोग में सब इंस्पेक्टर बनी सुल्तानगंज की बेटी चंदा

बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा प्रकाशित सब इंस्पेक्टर के अंतिम मेधा सूची में सुल्तांगनाज की चंदा कुमारी ने जगह बना कर पूरे क्षेत्र वासियों को गौरवान्वित किया है। चंदा की सफलता पर नगर क्षेत्र के अब्जूगंज में उत्साह का माहौल है। चंदा कुमारी के पिता गुरुदयाल शाह ने काफी मेहनत करके चंदा को पढ़ाया था। स्वजनो ने बताया कि कभी भी किसी प्रकार की परेशानी चंदा को नहीं होने दी। मूढ़ी का व्यवसाय करके उसे पढ़ाया। चंदा यहां अपने ननिहाल में रहती है। नाना रामदेव साह और मामा बनवारी लाल ने बताया कि चंदा की सफलता पर पूरे परिवार में उत्साह का माहौल है।चंदा की जिंदगी कठिनाइयों से गुजर रही थी।भगवान ने पूर्व में उनसे एकमात्र भाई को छीन लिया लेकिन फिर भी उसने हार नहीं मानी। स्वजनों ने बताया कि चंदा की शुरुआती शिक्षा दीक्षा राजकीय मध्य विद्यालय अब्जूगंज में हुई थी। इसके बाद सुल्तानगंज में ही गर्ल्स हाई स्कूल और फिर मुरारका कॉलेज से स्नातक तक की शिक्षा पूरी की। शुरू से ही लगन शील चंदा कुमारी दो बार पारा मेडिकल की परीक्षा में सफल हुई लेकिन चंदा को बिहार पुलिस में जाना था। इस कारण उसने पारा मेडिकल छोड़कर बिहार पुलिस के लिए अपनी सेवा जारी रखी। चंदा की सफलता पर ज्ञान ज्योति पुस्तकालय परिवार और अब्जूगंज सहित सुल्तानगंज के लोगों ने बधाइयां दी हैं। सुल्‍तानगंज प्रखंड के नयागांव पंचायत के सत्‍यम ने भी दारोगा परीक्षा में सफलता पायी। उन्‍होंने यह सफलता पहले की प्रयास में प्राप्‍त की है।

पुलिस लाइन के तीन सिपाही दारोगा बन गए

नवगछिया पुलिस लाइन में कार्यरत तीन सिपाही दारोगा बन गया। दारोगा के रिजल्ट में तीन सिपाही पास किए हैं। दोरोग बने सिपाही अविनाश कुमार, अमित कुमार रजक, छैबर राम हैं। तीनों वर्ष 2015 सिपाही भर्ती से बहाल हुए थे। वे लगातार पढ़ाई करते रहे थे। दारोगा की भर्ती परीक्षा में शामिल हुए। जिसमें तीनों उतीर्ण हुए। पुलिस लाइन जवानों ने तीनों को बधाई दी हैं। 

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