Bihar Panchyat Election 2021: आधी आबादी की जुबानी- ये रही महिला आरक्षण की जमीनी कहानी

बिहार में पंचायत चुनाव का दौर जारी है। ऐसे में आधी आबादी भी चुनावी मैदान में है। महिला प्रत्याशियों को लेकर खुद महिला वोटर क्या कुछ कहती हैं। इसपर हमारे संवाददाता ने ग्राउंड पर महिलाओं से बात की।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 04:36 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 04:36 PM (IST)
Bihar Panchyat Election 2021: आधी आबादी की जुबानी- ये रही महिला आरक्षण की जमीनी कहानी
धरातल पर नहीं दिख रहा महिला आरक्षण का लाभ: आधी आबादी

संवाद सूत्र, पतरघट (सहरसा)। Bihar Panchyat Election 2021: पंचायत चुनाव में पचास फीसद आरक्षण का लाभ तो महिलाओं को दिया जा रहा है। इसका लाभ लेकर वो पंचायत में विभिन्न पदों पर आसीन भी हुई परंतु उनके कार्यकाल पर पुरुषों का ही प्रभाव दिखा। महिला वोटर कहती हैं कि विजयी होने के बाद भी उनके स्वजन आज भी पद के लिए योग्य नहीं समझते हैं। महिला प्रतिनिधियों के स्वजन सहित अन्य उनके अधिकार का हनन करते हैं।

कई महिला अपने अधिकार के लिए पद पर रह कर भी घर की दहलीज से बाहर निकल कर अपने परिवार चलाने में स्वजनों का सहयोग करती हैं लेकिन जनप्रतिनिधि बनने के बाद उन्हें स्वजनों का समुचित सहयोग नहीं मिल पाता है।

क्या कहती हैं महिला वोटर

'सरकार द्वारा आधी आबादी को अधिकार दिए गए। चुनाव के माध्यम से महिलाएं प्रतिनिधि विजयी होती हैं लेकिन जनता के बीच उनकी कोई पूछ नहीं होती है। क्योंकि उनके स्वजन या रिश्तेदार खुद को प्रतिनिधि मानते हैं।'-नैंसी सोनम, जम्हरा

यह भी पढ़ें: बिहार पंचायत चुनाव में पंचायती राज मंत्री की भाभी मुखिया की जंग हारीं, CM नीतीश के करीबी रहे मेवालाल की रिश्‍तेदार ने दी मात

'महिला प्रतिनिधि को उनके स्वजन सिर्फ स्टांप समझते हैं। जिस कारण पांच साल बीत जाने के बाद भी महिला प्रतिनिधियों को उनके अधिकार का पता भी नहीं चलता।'-पूनम कुमारी, पतरघट

'जिला परिषद, मुखिया, सरपंच, समिति सहित कई पद पर चुनी महिलाओं को पांच साल तक उसके अधिकार को निभाने देने चाहिए। उनके स्वजनों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। खासकर सरकारी योजनाओं को सही तरीके से धरातल पर उतारने वाला प्रतिनिधि हो उसे मतदाता देना चाहिए।'-पूजा देवी, जम्हरा

बिहार में आरक्षण को लेकर वोट बैंक की राजनीति होती रही है। महिला आरक्षण को लेकर भी सरकारें अपनी पीठ थपथपाती रहीं है। ऐसे में महिलाओं को प्रत्यक्ष रूप से आरक्षण का लाभ मिल सके इस दिशा में जोर देने की जरूरत है।

chat bot
आपका साथी