बिहार पंचायत चुनाव 2021: क्या CG और क्या COC, खगड़िया में तोड़े जा रहे सभी नियम-कानून

बिहार पंचायत चुनाव में Corona Guideline-CG और Code Of Conduct- COC सभी नियम कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। नामांकन के बाद प्रचार प्रसार हो या जनसंपर्क। प्रत्याशी लगातार बिना मास्क जनता के बीच जा रहे हैं और...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:14 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:14 PM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव 2021: क्या CG और क्या COC, खगड़िया में तोड़े जा रहे सभी नियम-कानून
corona guideline और Code Of Conduct की उड़ाई जा रहीं धज्जियां।

जागरण संवाददाता, खगड़िया। बिहार पंचायत चुनाव 2021: पंचायत चुनाव के सातवें चरण के नामांकन के लिए गुरुवार को अभ्यर्थियों की होड़ लग गई। कोरोना गाइड लाइन (CG) की धज्जियां उड़ रही थी। सुबह 10:00 बजे के पूर्व ही अभ्यर्थी समर्थकों के संग प्रखंड कार्यालय पहुंचने लगे। धीरे- धीरे लगने वाली भीड़ ने मेले का रूप ले लिया। 10:00 बजे के बाद अभ्यर्थियों और उनके समर्थकों का आना जैसे ही शुरू हुआ, कचहरी रोड में जगह जगह पर तैनात सुरक्षाकर्मी मुस्तैद नजर आने लगे।

दोपहर 12:00 बजे तक एक्सचेंज चौक से प्रखंड कार्यालय तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। लोगों का इस भीड़ में पैदल चलना मुश्किल हो गया। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मियों को दिनभर जाम छुड़ाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ इतनी थी कि पैदल निकलना लोगों के लिए परेशानियों का सबब हो रहा था। जाम में फंसे दर्जनों वाहन ब्लाक रोड में रेंगते नजर आ रहे थे। इस भीड़ में फंसने के बाद लोगों को पांच मिनट का सफर दो घंटे में तय करना पड़ रहा था।

प्रखंड कार्यालय प्रवेश करने की मची थी होड़

जिला परिषद क्षेत्र संख्या चार और पांच के पांच सीटें मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी पंच पद के लिए 20 अक्टूबर से नामांकन चल रहा है। नामांकन के दूसरे दिन गुरुवार को सदर प्रखंड कार्यालय में अभ्यर्थी और उनके समर्थकों की भीड़ देखते ही बन रही थी। एक तरफ जहां प्रखंड कार्यालय परिसर में समर्थकों और अभ्यर्थियों की भीड़ थी, वहीं कार्यालय के मुख्य द्वार पर प्रवेश करने के लिए अभ्यर्थियों और समर्थकों के बीच होड़ मची हुई थी।

तैनात सुरक्षाकर्मी बारी- बारी से लोगों को कार्यालय परिसर में प्रवेश करा रहे थे। लेकिन भीड़ इतनी थी कि दोपहर 1:00 बजे के बाद सुरक्षाकर्मी मुख्य द्वार को छोड़ आराम फरमाने चले गए। समर्थक अपनी मर्जी से प्रखंड कार्यालय में प्रवेश कर रहे थे। इसको लेकर आपस में नोकझोंक भी होती रही। लोगों को अंदर प्रवेश करने में 10 मिनट का समय लग रहा था। पहले हम, पहले हम की स्थिति मुख्य द्वार पर बनी हुई थी।

मालूम हो कि सातवें चरण में सदर प्रखंड के 12 पंचायतों में चुनाव होना है। इसको लेकर 19 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक नामांकन की तिथि निर्धारित की गई है। 19 अक्टूबर को कार्यालय बंद रहने के कारण नामांकन नहीं हो सका। जिसके बाद 20 अक्टूबर को नामांकन के पहले दिन प्रखंड कार्यालय में 240 अभ्यर्थियों ने अपना नामांकन किया।

पंचायत चुनाव: आदर्श आचार संहिता का हो रहा है उल्लंघन

पंचायत चुनाव नामांकन में आचार संहिता (COC) का भी पालन नहीं हो रहा है। नामांकन करने प्रखंड मुख्यालय पहुंचने वाले कई अभ्यर्थी वोटरों को अपने वाहनों से ला रहे हैं। जिला परिषद, मुखिया एवं पंसस के कई अभ्यर्थी वाहनों के काफिले के साथ नामांकन करने पहुंच रहे हैं। पहले से तय जगह पर टेंट लगाकर वोटरों को पूरी, सब्जी, मांस-भात खिलाया जा रहा है। नामांकन में जुलूस तक निकाली जा रही है।

गुरुवार को सदर प्रखंड में नामांकन के दौरान न सिर्फ आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ी, बल्कि कोरोना गाइड लाइन की अनदेखी भी हो रही थी। नामांकन कराने पहुंचने वाले कई अभ्यर्थी भीड़ के संग प्रखंड कार्यालय पहुंचे। भीड़ एवं वाहनों की लंबी कतार से जाम लगा रहा। जाम में स्कूली वाहन, एंबुलेंस भी फंसे रहे। चित्रगुप्त नगर थाना अध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम के सड़क पर उतरने के बाद जाम टूट पाया।

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