Bihar Panchayat Election 2021: पूजा-पंडालों में दिखी चुनावी पर्व का अनोखा रंग, पूर्णिया में मां से मन्नत और मतदाताओं से आरजू करते दिखे नेताजी

Bihar Panchayat Election 2021 पंचायत चुनाव को लेकर इस बार दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों में भी चुनावी रंग देखने को मिला। पूर्णिया में नेताजी दुर्गा पूजा के दौरान मां से मन्‍नत और मतदाओं से आरजू करते दिखे। इसके साथ ही...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:11 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:11 AM (IST)
Bihar Panchayat Election 2021: पूजा-पंडालों में दिखी चुनावी पर्व का अनोखा रंग, पूर्णिया में मां से मन्नत और मतदाताओं से आरजू करते दिखे नेताजी
पंचायत चुनाव को लेकर इस बार दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों में भी चुनावी रंग देखने को मिला।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। धमदाहा प्रखंड के 24 पंचायतों में 20 अक्टूबर को होने वाले चुनाव का रंग गहरा चुका है। दशहरे की धूम से विलग प्रत्याशियों को अपनी फिक्र लगी हुई है और वे प्रचार के लिए इस अहम समय को जाया नहीं जाने देना चाह रहे हैं। महाष्टमी के दिन अधिकांश प्रत्याशियों के लिए पूजा पंडाल परिसर व मंदिर परिसर ही प्रसार के लिहाज से अहम केंद्र रहा। प्रत्याशी जहां पूजा स्थलों पर पहुंच मां के सिर झुका जीत की मन्नत मांग रहे थे, वहीं वहां मौजूद लोगों से ध्यान रखने की आरजू भी कर रहे थे।

महापर्व दशहरा व चुनावी पर्व के इस संगम का कई लोग आनंद भी उठा रहे थे। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मेलों में कुनबे-कुनबे में बंटे लोगों के लिए पर्दे के पीछे से प्रत्याशियों के सौजन्य से जलेबियां, रसगुल्ला सहित अन्य मिठाई भी पहुंच रही थी। इसी तरह पान-सिगरेट पीने वालों के लिए भी अलग-अलग इंतजाम था। मेला व मंदिर परिसरों में जुटी भीड़ की अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार खिदमत में कोई भी प्रत्याशी कोर कसर नहीं रखना चाह रहे थे। बता दें कि इस प्रखंड के लिए दशमी के बाद प्रचार के बाद महज तीन दिन शेष रह जाएगा। ऐसे में नवमी व दशमी को भी प्रचार का दौर जारी रहने की पूरी संभावना है।

चुनावी ट्रेंड ने बढ़ा दी है निवर्तमान प्रतिनिधियों की बेचैनी

जिले में अब तक तीन प्रखंडों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं। इन प्रखंडों के परिणाम भी घोषित किए जा चुके हैं। घोषित परिणाम में अधिकांश निवर्तमान जिला परिषद सदस्य, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य से लेकर वार्ड सदस्य व पंच तक को मुंह की खानी पड़ी है। इस स्थिति के चलते अधिकांश निवर्तमान प्रतिनिधियों की बेचैनी बढ़ी हुई है। यद्यपि पंचायत के विकास के लिए सतत प्रयासरत रहे व लोगों के सुख-दुख में साथ रहे कई निवर्तमान प्रतिनिधि अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हैं।  

chat bot
आपका साथी