बिहार पंचायत चुनाव 2021: चुनाव लड़ने से वंचित रह सकते कई मुखिया, सरपंच व पंसस, जानिए वजह

बिहार पंचायत चुनाव 2021 2016 के चुनाव में पीरपैंती प्रखंड के प्रत्याशियों ने नहीं दी जानकारी। 1551 चुनाव लडऩे वालों ने नहीं दिया प्रशासन को खर्च का ब्योरा। पीरपैती प्रखंड का मामला प्रकाश में आने के बाद सभी प्रखंडों की जांच शुरू हो गई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 01:46 PM (IST) Updated:Fri, 02 Apr 2021 04:36 PM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव 2021: चुनाव लड़ने से वंचित रह सकते कई मुखिया, सरपंच व पंसस, जानिए वजह
भागलपुर के कई पंचायत प्रतिनिधी इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। बिहार पंचायत चुनाव 2021: पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव लडऩे वालों ने पंचायत के संभावित प्रत्‍याशियों ने ताल ठोकना शुरू कर दिया है। नए उम्मीदवारों के साथ पुराने भी अभी से अपनी गोटियां बिछाने लगे हैं। लेकिन जिला प्रशासन ने उन उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है, जिन्होंने वर्ष 2016 के पंचायत चुनाव लड़ा था। चुनाव लडऩे के बाद उन्होंने खर्च का ब्यौरा जमा नहीं किया है। ब्योरा न देने वाले इस बार चुनाव नहीं लड़ सकते है। जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से संभावित प्रत्‍याशियों और पंचायत प्रतिनिधियों में हड़कंप मचा हुआ है।

फिलहाल, पीरपैंती प्रखंड की जांच हुई है। उसमें 1,551 प्रत्याशियों ने चुनाव के दौरान खर्च का ब्योरा ही जमा नहीं किया है। उन सभी की सूची बना ली गई है। जिला पंचायती राज विभाग ने सभी की सूची तैयार कर ली है। जल्द ही सभी की सूची मुख्यालय को भेजी दी जाएगी। जांच में पता चला है कि मुखिया का चुनाव लडऩे वाले 148 तथा सरपंच का चुनाव लडऩे वाले 119 प्रत्याशियों ने चुनाव खर्च का ब्योरा जमा नहीं किया है। पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लडऩे वाले 173 प्रत्याशियों ने भी चुनाव खर्च देने में आनाकानी की।  ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव लडऩे वाले 801 व पंच का चुनाव लडऩे वाले 314 प्रत्याशियों ने भी भी खर्च का ब्योरा नहीं दिया है। पीरपैती प्रखंड का मामला प्रकाश में आने के बाद सभी प्रखंडों की जांच शुरू हो गई है। जल्द ही जिले के अन्य प्रखंडों की सूची तैयार हो जाएगी। फिर सभी की सूची को मुख्यालय भेज दिया जाएगा।

इस जिला प्रशासन से मिली सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि अन्‍य प्रखंडों में भी सभी पंचायत प्रतिनिधियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। उनका रिकार्ड मंगाया जा रहा है। उनके कार्यकाल में किए गए कार्यों की भी जानकारी ली जा रही है।

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