Bihar Panchayat Election 2021 : सुपौल में दियारा के 211 बूथों पर चुनाव कराना बड़ी चुनौती, बाढ़ से कई जगहों पर कट गईं हैं सड़कें
इस बार पंचायत चुनाव पर बाढ़ का असर भी देखने को मिलेगा। खासकर सुपौल के दियारा इलाके में। बाढ़ के कारण कई जगहों पर सड़कें कट गई हैं। ऐसे में बूथ तक जाने में चुनाव कर्मियों को काफी परेशानी होगी। साथ ही वोटरों को भी परेशानी होगी।
संस, सहरसा। Bihar Panchayat Election 2021: पंचायत आम चुनाव 2021 ऐसे समय में हो रहा है, जब जिले का चार प्रखंड बाढ़ की चपेट में आता जा रहा है। सड़कों का संपर्क भी भंग होने लगा है। वर्तमान में दर्जनों मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है। चुनाव तक स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे में समय पर सभी केंद्रों तक ईवीएम पहुंचाने और वापस लाने के साथ समय पर मतदान कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।
इस लिहाज से प्रशासनिक अधिकारी सभी बूथों तक आवागन की स्थिति, नदी घाटों की स्थिति का जायजा ले रहे हैं, ताकि आवश्यकता पडऩे पर हर संभव तैयारी किया जा सके। आवागमन के लिहाज से आमतौर इस इलाके में हर चुनाव का मतदान पहले समाप्त कराया जाता है, परंतु पंचायत चुनाव के लिए अभी इस तरह का कोई निर्णय चुनाव आयोग द्वारा नहीं लिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से अभी ऐसा प्रस्ताव भी नहीं भेजा गया है। बाढ़ की स्थिति के आकलन के बाद प्रशासन इस दिशा में कोई कदम उठा सकता है।
वर्तमान में 91 मतदान केंद्रों पर जाने का नाव ही है एकमात्र सहारा
जिले नवहट्टा, महिषी, सिमरीबख्तियारपुर और सलखुआ प्रखंड के अंतर्गत 211 मतदान केंद्र पूरी तरह दियारा क्षेत्र में है। वर्तमान समय में इसमें 91 मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए नाव व वोट ही एकमात्र सहारा है। अभी बाढ़ का पानी और बढऩेवाला है। ऐसे में कई जगह और भी सड़क मार्ग भंग हो सकता है। फलस्वरूप नाव से आवागमन करनेवाले मतदान केंद्रों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
बाढ़ के कारण ही प्रशासन ने दस चरणों में चुनाव कराने का भेजा प्रस्ताव
15 जून से 15 अक्टूबर तक बाढ़ का समय निर्धारित है। इस अवधि में ही आयोग की ओर से पंचायत चुनाव प्रस्तावित है। इस लिहाज से जिलाधिकारी कौशल कुमार ने आयोग को सभी दस प्रखंडों का चुनाव दस चरण में कराने का आग्रह किया है, ताकि प्रशासनिक व्यवस्था में कोई कठिनाई नहीं हो।
बाढ़ व जलजमाव के कारण जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा सभी दस प्रखंडों का चुनाव दस चरण में कराने का प्रस्ताव भेजा गया है, ताकि किसी भी तरह की व्यवस्था में परेशानी नहीं हो। जिला प्रशासन चुनाव के लिए हर संभव तैयारी में जुटा है। - मो. सोहैल अहमद, उप निर्वाचन पदाधिकारी, सहरसा।