बिहार का ये IAS अधिकारी किताबों का 'कर्ण', मुहिम में अब तक जुटाई एक लाख से ज्‍यादा Books

बिहार का एक IAS अधिकारी इन दिनों किताबों के महादान को लेकर सुर्खियों में हैं। ये कोई और नहीं पूर्णिया के डीएम आइएएस राहुल कुमार हैं। जिन्‍होंने गांव-गांव पुस्‍तकालय खुलवाने के सपनों को धरातल पर उतारा है। उनकी इस मुहिम में अब तक...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 07:05 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 07:05 PM (IST)
बिहार का ये IAS अधिकारी किताबों का 'कर्ण', मुहिम में अब तक जुटाई एक लाख से ज्‍यादा Books
पूर्णिया के डीएम राहुल कुमार। (डिजाइन इमेज)।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। बिहार का एक IAS अधिकारी इन दिनों किताबों के महादान को लेकर सुर्खियों में हैं। ये कोई और नहीं, पूर्णिया जिले के डीएम राहुल कुमार (Purnia DM Rahul Kumar) हैं। उन्‍होंने गांव-गांव पुस्‍तकालय खुलवाने के सपनों को धरातल पर उतारा है। उनके इस मुहिम से आम और खास हर कोई जुड़ रहा है।  

अभियान किताब दान के तहत जिले में अब तक 1,05,567 पुस्तकें जमा हो चुकी हैं। जिले में 30 सितंबर तक विशेष किताब संग्रह अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत लोगों को अभियान किताब दान के माध्यम से जिले में संचालित पंचायत स्तरीय पुस्तकालय के लिए किताब दान के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। शिक्षक दिवस के अवसर पर रविवार को डीएम राहुल कुमार ने समाहरणालय परिसर से मोबाइल किताब रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। यह रथ लोगों को जागरूक करने का काम करेगा। इस दौरान उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

इस माह तक सभी पंचायतों में खुल जाएंगे पुस्तकालय

इस अवसर पर डीएम ने कहा कि जिले में अभियान किताब दान के तहत 230 पंचायत में से 187 पंचायतों में पंचायत स्तरीय ग्रामीण पुस्तकालय शुरू हो चुका है। अभियान किताब दान के तहत अभी तक जिले में 1,05,567 पुस्तक दान स्वरूप मिले हैं। सितंबर महीने के अंत तक जिले के सभी पंचायतों में ग्रामीण पुस्तकालश् की स्थापना हो जाएगी। जिसका लाभ ग्रामीण इलाकों के बच्चों के साथ-साथ आम लोगों को मिलेगा। उन्होंने आम लोगों से भी अभियान किताब दान के तहत लोगों से नई और पुरानी किताब दान करने की अपील की।

सबसे अधिक बनमनखी में 22 पंचायतों में खुले हैं पुस्तकालय

जिला शिक्षा पदाधिकारी श्यामबाबू राम ने बताया कि अभियान किताब दान के तहत जिले के 187 पंचायतों में पुस्तकालय शुरू हो चुका है। जिसमें अमौर के 24 पंचायतों में 17, बैसा के 16 में 12 पंचायत, बायसी के 17 में 12 पंचायत, डगरुआ से 18 में से 17 पंचायत, पूर्णिया पूर्व के सभी 14 पंचायत, कसबा के सभी 12 पंचायत, जलालगढ़ के सभी 10 पंचायत, श्रीनगर के सभी 9 पंचायत, केनगर के 17 में 16 पंचायत, बनमनखी के 24 में से 22 पंचायत, धमदाहा में 20 में से 16 पंचायत, बीकोठी में 19 में से 11 पंचायत, भवानीपुर में 12 में से 8 पंचायत व रुपौली में 18 में से 11 पंचायतों में पुस्तकालय खुल चुके हैं। अभियान किताब दान के तहत मिले 105567 किताब में से 94631 किताब ग्रामीण पुस्तकालय में एवं 850 किताब कस्तूरबा गांधी विद्यालय को दिया गया है। जबकि 4193 किताब जिला कार्यालय में सुरक्षित है जिसे ग्रामीण पुस्तकालयों में वितरित किया जाना है। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर तक सभी पंचायतों में ग्रामीण पुस्तकालय खोल दिए जायेंगे।

14 पुस्तकालय संचालकों को किया गया सम्मानित

शिक्षक दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी ने अभियान किताब दान के तहत बेहतर पुस्तकालय संचालन करने वाले 14 संचालक व स्वंयसेवकों को सम्मानित किया है। इसमें प्रत्येक प्रखंड से एक-एक बेहतर पुस्तकालय संचालन करने वाले संचालकों को चिन्हित किया गया था। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का भंडार है। किताब सबसे अच्छा साथी है जो हमें ज्ञान देता है। बेहतर पुस्तकालय संचालन के कारण से लोगों को ज्यादा फायदा मिल रहा है। इनसे अन्य पुस्तकालय संचालन करने वाले भी प्रेरित होंगे। उन्होंने लोगों से किताब दान के लिए आगे आने का आह्वान किया।

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