Bihar: भागलपुर में स्वर्ण व्यवसायी अगवा, रहस्यमय तरीके से लौटे घर, उठे कई प्रश्‍न

Bihar भागलपुर में एक स्‍वर्ण व्‍यापारी का अपहरण हुआ था। कोतवाली थाने में बेटे सनत कुमार ने दर्ज कराया था सोमवार की रात अपहरण का केस। मंगलवार को लौट आए खुद घर वापसी को लेकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे लोग।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 01:09 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 01:09 PM (IST)
Bihar: भागलपुर में स्वर्ण व्यवसायी अगवा, रहस्यमय तरीके से लौटे घर, उठे कई प्रश्‍न
भागलपुर में स्‍वर्ण व्‍यापारी का अपहरण और वापसी पर है कई रहस्‍य।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोतवाली थानाक्षेत्र के सूजा गंज सोनापट्टी इलाके से स्वर्ण व्यवसायी राजीव कुमार पोद्दार को अगवा कर लिया गया। अपहरण की वारदात सोमवार की देर शाम हुई। घटना की बाबत पुत्र सनत कुमार ने कोतवाली थाने में देर रात पिता के अपहरण का केस दर्ज कराते हुए पिता के सकुशल वापसी की गुहार लगाई थी। कोतवाली और जोगसर पुलिस अगवा स्वर्ण व्यवसायी को ढूंढती रही, इधर मंगलवार को व्यवसायी रहस्यमय तरीके से स्वयं घर पहुँच गए। उनके घर पहुँचने पर पुत्र ने कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। व्यवसायी पिता को पुत्र कोतवाली थाने लेकर पहुंचा और उनका बयान दर्ज कराया। व्यवसायी राजीव पोद्दार ने पुलिस को बताया कि वह सोमवार की शाम सोनापट्टी वाली दुकान से घर जा रहे थे कि तेज आंधी-पानी शुरू हो गया। जिससे वह बाबा वृद्हेश्वर   नाथ मंदिर के बरामदे पर रुक गए। मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज होने के कारण मोबाइल बंद हो गया था। जिसके कारण घर सूचना नहीं दे सके। भीग जाने से तबियत भी बिगड़ गई थी। सुबह घर लौट आए। व्यवसायी के पुत्र सनत कुमार ने बताया कि पापा की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी। वह नर्वस फील करने के कारण मंदिर के बरामदे पर रुक गए थे। यह पूछने पर कि मंदिर बंद है तो उनका जवाब था कि इसलिए तो वह मंदिर के बरामदे पर ही रुक गए थे।

घर वापसी को लेकर तरह-तरह की हो रही चर्चा

स्वर्ण व्यवसायी राजीव पोद्दार के अपहरण और उनकी रहस्यमय तरीके से दूसरे दिन घर वापसी और उनका बाबा वृद्हेश्वर नाथ मंदिर में रुक जाने को लेकर तरह-तरह की चर्चा शहर में होती रही। मूलरूप से विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के साहेबगंज मोहल्ले के रहने वाले हैं। मशाकचक में किराए का मकान लेकर बेटा और परिवार रहता है। दुकान में साहेबगंज का ही स्टाफ गोलू सहयोग करता है। सनत का कहना है कि वह दुकान नहीं के बराबर जाता है पर पिता रोज तय समय पर दुकान जाते और शाम को वापस घर चले आते हैं। दुकान के बगल में चाचा लोगों की भी दुकान है। पुत्र ने पिता के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस सोनापट्टी में किसी दीपू को ढूढने लगी। लोग इस बात की चर्चा करते मिले की तुरन्त अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराने के पीछे कोई शक और आशंका बेटे को किसी नजदीकी लोगों या बदमाशों पर जरूर थी, पिता की वापसी बाद उनके मंदिर में ही रुक जाने को कई लोग हजम नहीं कर पा रहे है। फ़िलहाल पुलिस व्यवसायी के घर वापसी और उनके बयान को सच मान कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। व्यवसायी का न्यायालय में पुलिस दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराएगी।

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