Bihar: पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह का पीएम को पत्र... टीकाकरण को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता हो खत्म

बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने पीएम मोदी को पत्र‍ लिखकर कोरोना के टीकाकरण में ऑनलाइन रजिष्‍ट्रेशन की अनिवार्यता खत्‍म करने की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि बहुत लोगों के पास आज भी स्‍मार्ट फोन नहीं है इससे उन्‍हें रजिष्‍ट्रेशन करने में परेशानी हो रही है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:15 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:15 AM (IST)
Bihar: पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह का पीएम को पत्र... टीकाकरण को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता हो खत्म
बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह।

संवाद सहयोगी, जमुई। पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पहले तो 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त टीकाकरण के फैसले को लेकर साधुवाद दिया। साथ ही यह भी अनुरोध किया कि टीकाकरण को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता खत्म की जानी चाहिए। कारण कि देश के अधिकांश लोगों के पास न तो स्मार्ट फोन है और न ही ऑनलाइन आवेदन करने की जानकारी।

उन्होंने प्रधानमंत्री को दो पन्ने में लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त में टीकाकरण करने का फैसला निश्चित रुप से सराहनीय कदम है लेकिन ये फैसला केंद्र सरकार को और पहले लेना चाहिए। उन्होंने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार यह फैसला अगर पहले लेती तो लाखों युवक श्मशान यात्रा करने से बच जाते। आगे लिखा कि सरकार का यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद लिया गया फैसला है।

पूर्व मंत्री ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में लिखा है कि कोरोना संक्रमण को दूसरा दौर तो गुजर गया लेकिन संभावना व्यक्त की जा रही है कि तीसरा दौर भी आने वाला है। इसको लेकर कोरोना से बचाव को लेकर केंद्र को व्यापक कदम उठाने की जरुरत है।

उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर बड़े पैमाने पर वैक्सीन उपलब्ध कराने के साथ उसके सही ढंग से वितरण की व्यवस्था सु²ढ़ कर राज्यों को अविलंब मुहैय्या कराया जाए। सबे की जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने को लेकर भी सही कदम उठाने की जरुरत है ताकि कोरोना संक्रमित लोगों का सही ढंग से इलाज हो सके। सभी मेडिकल संस्थानों में खाली पड़े पदों पर चिकित्सकों, नर्सों, पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति हो। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में 50, जिला अस्पतालों में 20 तथा प्रखंड स्तर के अस्पतालों में दस वेंटीलेटर के साथ पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर उपलब्ध कराया जाए।

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