Bihar CoronaVirus News Updates: मुंगेर में आरटीपीसीआर जांच के नौ दिन बाद आया रिपोर्ट, देखकर सन्‍न रह गए पीडि़त

Bihar CoronaVirus News Updates कोरोना वायरस का संक्रमण काफी बढ़ रहा है। लेकिन स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की भी लापरवाही है। कोरोना जांच के बाद काफी दिनों बाद रिपोर्ट भेजा जाता है। तब तक कितने लोग संक्रमित हो जाते हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 08:43 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 08:43 AM (IST)
Bihar CoronaVirus News Updates: मुंगेर में आरटीपीसीआर जांच के नौ दिन बाद आया रिपोर्ट, देखकर सन्‍न रह गए पीडि़त
काफी दिनों बाद आता है कोरोना जांच रिपोर्ट।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। Bihar CoronaVirus News Updates: बरियारपुर प्रखंड के कचहरी टोला निवासी भाजपा नेता अनिल कुमार चौधरी ने आरटी पीसीआर जांच के नौ दिन बाद उनके एक स्वजन को पॉजिटिव बताए जाने पर सस्थ्य विभाग के प्रति आक्रोश है। उन्होंने बताया कि उनके स्वजन बेटा, पतोहु तथा परिवार के अन्य सदस्यों ने नौ मई को कोरोना वैक्सीन लेने के लिए गए थे। सभी की जांच एंटीजन कीट से की गई थी। सभी का रिपोर्ट नेगेटिव आया था। और इतने दिन के बाद अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आएगा तो कितने अन्‍य लोग संक्रमित हो गए होंगे।

उसी समय उनके एक स्वजन का आरटीपीसीआर जांच पटना भेजा गया। जिसके बाद 18 मई को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कुछ नर्स उनके घर आए। उनके एक स्वजन के पॉजिटिव होने की जानकारी दी। एक पर्चा भी उनके घर पर चिपका दिया। जिस पर 11 तारीख से 18 तारीख तक होम आइसोलेशन, डॉक्टर की निगरानी मैं रहने की बात पर्चे में लिखी गई है। जबकि इस दौरान कोई चिकित्सक उनके घर पर नहीं आया। उन्होंने बताया कि नौ मई के बाद से आज तक उनके घर के किसी भी सदस्य को कोरोना का लक्षण नहीं दिखाई पड़ा।

सभी सदस्य एक साथ घर में रह रहे हैं। अगर उनके एक स्वजन पॉजिटिव है तो इनकी सूचना विभाग को पहले देनी चाहिए। उन्होंने इसकी जांच की मांग की है। जबकि पर्चा चिपकाने आए स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आसपास के लोगों से कहासुनी भी हो गई।उन्होंने बताया कि जब उनके किसी भी स्वजन को कोरोना का लक्षण नहीं है। 9 दिन तक ना तो किसी को बुखार सर्दी खांसी इत्यादि हुआ। यदि पॉजिटिव है तो पहले जानकारी देनी चाहिए। नौ दिन के बाद पर्ची चिपकाने का क्या औचित्य है। पर्ची चिपकाने जाने के बाद उनके स्वजन तथा आसपास के ग्रामीण काफी दहशत में हैं। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।

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