Bihar corona virus news updates: कोरोना से मरे 50 व्यक्ति के स्वजनों का नहीं चल रहा पता

Bihar corona virus news updates भागलपुर जिले में 312 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से हो चुकी है मौत। 212 मृतकों के स्वजनों को मुआवजे का भुगतान हो चुका है। कोरोना से मरे शेष व्यक्ति का अभी पता नहीं चल सका है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 11:57 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 11:57 AM (IST)
Bihar corona virus news updates: कोरोना से मरे 50 व्यक्ति के स्वजनों का नहीं चल रहा पता
- जिले में 312 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से हो चुकी है मौत

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar corona virus news updates: कोरोना वायरस संक्रमण से मरे 50 व्यक्ति के स्वजनों का पता नहीं चल पा रहा है। सिविल सर्जन कार्यालय से जो सूची आपदा प्रबंधन विभाग को उपलब्ध कराई गई है, उसमें इस बात का जिक्र है। ऐसे लोगों के मुआवजे की राशि विभाग लौटने की तैयारी में है। 14 मृतकों के स्वजन पर्याप्त कागजात उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। जिले में 25834 लोग कोरोना पाजिटिव हुए। इनमें से 25522 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। तीन लोग अभी भी संक्रमित हैं। 312 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सिविल सर्जन की ओर आपदा प्रबंधन विभाग को 305 मृतकों की सूची उपलब्ध कराई है।

मुख्यमंत्री राहत कोष से 174 मृतकों के स्वजनों को भुगतान किया जा चुका है। जबकि आपदा मद से 38 मृतकों के स्वजनों को भुगतान मिला है। आपदा विभाग से 73 मृतकों के स्वजनों के मुआवजा के लिए दो करोड़ 92 लाख रुपये भेज दिया है। 14 व्यक्ति ऐसे हैं, जिनके स्वजनों का पता तो चल गया है, लेकिन पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जबकि 50 मृतकों के स्वजनों का कोई अता-पता नहीं है। सिविल सर्जन द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग को 305 मृतकों की जो सूची उपलब्ध कराई गई है, उसमें से 232 मृतकों के स्वजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से और 73 व्यक्ति के स्वजनों को आपदा मद से मुआवजा राशि दी जा रही है। मुआवजे की राशि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संबंधित अंचल को उपलब्ध कराई जा रही है। अंचल से सारी प्रक्रिया पूर्ण कराने के बाद चार लाख रुपये का चेक उपलब्ध कराया जा रहा है।

गोपालपुर के दिलीप के स्वजनों को नहीं मिला मुआवजा

गोपालपुर प्रखंड के चपरहाट निवासी दिलीप कुमार सिंह लखनऊ में अपने बेटे के साथ रहते थे। 17 अप्रैल 2021 को वे लखनऊ में ही कोरोना पाजिटिव हो गए। उन्हें इलाज के लिए 18 अप्रैल 21 को प्रकाश हास्पिटल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। 12 दिनों तक इलाज चलने के बाद 30 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। तब से अब तक उनकी पत्नी आशा सिन्हा मुआवजा के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगा रही है। लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है। आपदा विभाग के लोग बोल रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की थी कि बिहार निवासी की कोरोना से दूसरे राज्यों में हुई मौत के बाद भी मुआवजा मिलेगा, उसकी कापी विभाग को नहीं मिली है। आदेश की कापी आपदा विभाग को मिलने के बाद ही मुआवजे की प्रक्रिया शुरू होगी। आशा सिन्हा का कहना है कि पति के इलाज में एक लाख 73 हजार आठ सौ रुपये खर्च हुए हैं।

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