RSS कार्यकर्ताओं ने लोगों को किया जागरूक, बताया-कैसे बचें कोरोना से, दी यह महत्वपूर्ण जानकारी
Bhagalpur coronavirus news update भागलपुर में आरएसएस कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपील कर कोरोना के प्रति जागरूक होने को कहा। कार्यकर्ताओं ने माइकिंग की। लोगों से मास्क पहनने शरीरिक दूरी का पालन करें। सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों को पालन करने को कहा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur coronavirus news update: भागलपुर के ईश्वरनगर मुहल्ले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यकर्ताओं ने जनजागरूकता अभियान चलाया। इसमें लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई। हमेशा मास्क पहनने को कहा। बार-बार हाथ धोना, सेनिटाइजर का प्रयोग करना, मुंह, नाक और चेहरा को नहीं छूना आदि की अपील लोगों से की गई।
कार्यकर्ताओं ने गर्म पानी पीने की लोगों को सलाह दी। साथ ही नियमित काढ़ा, जिसमें गिलोय, तुलसी आदि हो का उपयोग करने को कहा। गर्म पानी का भांप लेने को कहा। इसी क्रम में जो लोग बिना मास्क के थे, उन्हें मास्क लगाने का आग्रह किया गया। ऐसे लोगों को रोकते टोकते नजर आए।
छोटे से साउंड सिस्टम को कार्यकर्ता साइकिल पर रखकर गीत गाते लोगों को समझाते जागरूक कर रहे थे। कोरोना से लड़ने में सबकी जनभागीदारी हो शारीरिक दूरी का विशेष ख्याल हो इस हेतु आगे भी यह कार्यक्रम अन्य मुहल्ले में चलेगा। जागरूकता अभियान में आरएसएस के जिला बौद्धिक शिक्षण प्रमुख हरविंद नारायण भारती, उपनगर कार्यवाह चंद्रशेखर प्रसाद, भागलपुर नगर शारीरिक प्रमुख रवि कुमार, अरुण रजक, भवेश, प्यारे हिंद, अमित, दिनेश सभी शरीरिक दूरी का पालन करते हुए दिखे।
भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी प्यारे हिंद ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना का विकराल रूप होता जा रहा है, ऐसे में सावधानी और कोरोना गाइडलाइन का पालन करना ही बचाव का एकमात्र सहारा है। देखा जा रहा है कि अनेक लोगों के लिये कोरोना बहुत ही घातक है तो कुछ के लिए कोरोना जैसी कोई बीमारी नहीं है। ऐसे लोगों को अब संभलने की जरुरत है।
उन्होंने लोगों से यह अपील की कि आप कोरोना के गाइड लाइन का पालन अवश्य करें। बिना मास्क के सड़कों पर घूमना एक सामाजिक दोष है, अपराध है। जाने अनजाने अपने और अपने परिवार के जीवन से खिलवाड़ ना करें। घर पर रहते हुए आसन-प्राणायाम करें। तुलसी, गिलोय एवं घर में गर्म मशाले के काढ़े का उपयोग करें।
फिटकिरी पानी भी इस बीमारी से निजात दिलाने में बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है। गर्म पानी से गलाला करें। छोटे मोटे प्रयोग करें। कोरोना से डरना नहीं है, इस से लड़ना है, सचेत रहें, सजग रहें, डरने से हमारी इम्यून भी कमजोर पड़ जाती। आयुर्वेद और योग का सहारा लें। भारतीय संस्कृति के अनुसार जीवन शैली बनाएं। इसके लिए समाजिक कार्यकर्ताओं को भी जागरूक बने रहना चाहिये, बिना मास्क के हर व्यक्ति को रोकना और टोकना चाहिये। कोरोना से बचने और बचाने का दौड़ चलना चाहिये।
कोरोना की पहली लहर में लोग सचेत थे। सावधान थे, आयुर्वेदिक काढ़े का उपयोग और भांप लेना उनकी दिनचर्या में था। परन्तु इस बार भय का वातवरण तो है पर ज्यादातर लोग केवल दवाई की दुकान पर दौड़ रहे हैं। घरेलू उपचार अथवा प्राथमिक उपचार आदि नहीं कर रहे। जरुरत से संभलने की।