PM Narendra Modi election meeting in Bhagalpur : अंग क्षेत्र के किसानों के लिए खुली वादों की पोटली

PM Narendra Modi election meeting in Bhagalpur Bihar assembly election 2020 पीएम मोदी ने भागलपुर के आम लीची और केला किसानों को कृषि बिल का लाभ गिनाकर वोट बटोरने की हर संभव की कोशिश। एफपीओ की भी चर्चा की।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 04:08 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 04:08 PM (IST)
PM Narendra Modi election meeting in Bhagalpur : अंग क्षेत्र के किसानों के लिए खुली वादों की पोटली
Bihar assembly election 2020 : भागलपुर के हवाई अड्डा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा।

भागलपुर [अभिषेक कुमार]। PM Narendra Modi election meeting in Bhagalpur : Bihar assembly election 2020 : हवाई अड्डा मैदान में प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग आधे घंटे के भाषण में प्रमुखता से किसानों के मुद्दों को उठाया। उन्होंने कृषि बिल के जरिए अंग क्षेत्र के किसानों के लिए वादों की पोटली खोल दी। इसके जरिए वह यहां के किसान वोटरों को एनडीए के पक्ष में करने का हर संभव प्रयास करते दिखे।  

पीएम ने कहा कि नया कृषि बिल लीची, आम और केला उत्पादकों के लिए काफी मददगार साबित होगा। इस बिल के पास होने से यहां पर फूड प्रोसेसिंग के लिए नई-नई कंपनियों के लगने का रास्ता साफ हो गया है। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। दरअसल, भागलपुर सूबे में आम, लीची और केला के उत्पादन में प्रमुख स्थान रखता है। केले और लीची की खेती सबसे अधिक नवगछिया के इलाके में हो रही है। वहीं, भागलपुर के जर्दालू आम की मांग भी देश और दुनिया में खूब होती है।  

एफपीओ के जरिए भी किसानों को साधने का प्रयास

पीएम मोदी ने कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) के माध्यम से भी किसान वोटरों को साधने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से किसान समृद्धि होंगे। दरअसल, पीएम ने एफपीओ की चर्चा कर भागलपुर के प्रगतिशिल किसानों को लुभाने का प्रयास किया। यहां पर सभी 16 प्रखंडों में एफपीओ का गठन हो चुका है। औसतन हर एफपीओ से एक हजार के करीब प्रगतिशील किसान जुड़ चुके हैं। इसके लिए हाल ही में बिहार सरकार ने भागलपुर आत्मा को सम्मानित किया है। पीएम के इस घोषणा से किसान वोटर प्रभावित होंगे।

एमएसपी का गुणा-भाग का असर दिख सकता है मतदान पर

अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर विपक्ष किसानों को भ्रमित कर रहा है। उन्होंने किसानों को एमएसपी का गुणा-भाग समझाते हुए कहा कि एनडीए की सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी की है। इसका असर अब दिखने लगा है। पहले की तुलना में चार गुणा अधिक धान और पांच गुणा अधिक गेहूं की खरीदारी एमएसपी पर हो रही है। कृषि प्रधान जिला होने के कारण प्रधानमंत्री द्वारा समझाए गए इस एमएसपी के गुणा-भाग का असर मतदान पर भी पड़ सकता है।

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