बिहार विधानसभा उपचुनाव: कल CM नीतीश कुमार पहुंचेंगे तारापुर, सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
बिहार विधानसभा उपचुनाव के अब सिर्फ छह दिन शेष हैं। सभी पार्टियां जोर-शोर से प्रचार प्रसार कर रही हैं। ऐसे में मुंगेर के तारापुर विधानसभा सीट पर सबकी नजर हैं यही वजह है कि सभी दिग्गज पहले यहां प्रचार प्रसार के लिए आ रहे हैं। सोमवार को सीएम नीतीश भी...
जागरण टीम, तारापुर (मुंगेर)। बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए अब सिर्फ छह दिन शेष हैं। 30 अक्टूबर को होने वाले चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार जोरों पर है। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सोमवार को मुंगेर के तारापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र पहुंचेंगे। यहां वे जदयू प्रत्याशी के लिए प्रचार प्रसार करेंगे। सीएम के आगमन को लेकर चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। मंच बनाया गया है। सीएम नीतीश कुमार के साथ पार्टी के कई दिग्गज भी मौजूद रहेंगे।
गाजीपुर मैदान में चुनावी सभा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को तारापुर के गाजीपुर मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 2.20 बजे हेलीकाप्टर से पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, शिक्षा मंत्री विजय चौधरी भी साथ में आएंगे। सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंच पर एनडीए के कई कद्दावर नेता और राज्य सरकार के मंत्री रहेंगे।
रविवार को एनडीए का प्रचार प्रसार
रविवार को एनडीए ने अपने प्रत्याशी के लिए जमकर प्रचार प्रसार किया। एनडीए में बीजेपी की ओर से पूर्व डिप्टी सीएम सह राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने रोड शो किया। वहीं डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, वीआईपी से मुकेश सहनी, जीतन राम मांझी, जदयू से ललन सिंह ने मंच साझा करते हुए एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील लोगों से की। इस दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा गया। एनडीए के दल में केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस भी दिखाई दिए। उन्होंने चिराग पासवान के फैसले पर कटाक्ष किया। वहीं मुकेश सहनी ने लालू परिवार पर निशाना साधा। सभी एक स्वर में विपक्षी पार्टी आरजेडी पर हमलावर दिखाई दिए।
सीट बरकरार और विरासत पाने का संघर्ष
तारापुर सीट हाट सीट बना हुआ है। जदयू ने यहां 2005 के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह को उतारा है, जबकि राजद, कांग्रेस और लोजपा ने नए चेहरे को मौका दिया है। लोजपा को छोड़कर तीन दलों के प्रत्याशी तारापुर विधानसभा क्षेत्र के ही हैं। स्थानीय होने के कारण समाज के लोग सभी से भलीभांति परिचित हैं।