बिहार के एक और जिले में रेडियो की गूंज... बीएयू जल्द खोलेगा तीसरा सामुदायिक रेडियो स्टेशन, भारत सरकार ने किया स्वीकृत

बिहार कृषि विवि एक और जिले में सामुदायिक रेडियो स्‍टेशन खोलेगा। इसके लिए भारत सरकार से स्‍वीकृति मिल गई है। अभी तक बीएयू दो जगहों पर सामुदायिक रेडियो स्‍टेशन चला रहा है। अब तीसरे जगह रेडियो स्‍टेशन की स्‍थाना की स्‍वीकृति मिल गई है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 04:02 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 04:02 PM (IST)
बिहार के एक और जिले में रेडियो की गूंज... बीएयू जल्द खोलेगा तीसरा सामुदायिक रेडियो स्टेशन, भारत सरकार ने किया स्वीकृत
बिहार कृषि विवि एक और जिले में सामुदायिक रेडियो स्‍टेशन खोलेगा।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के क्षेत्राधिकार के जिले में तीसरा सामुदायिक रेडियो स्टेशन खुलेगा। इसकी स्विकृति भारत सरकारन ने विश्वविद्यालय को दे दिया है। इसके पहले गया और भागलपुर के सबौर मुख्यालय में सामुदायिक रेडियो संचालित हो रहा है। प्रसार और कार्यक्रम की गुणवत्ता मानक के अनुसार होने के कारण इसकी स्वीकृति सरकार ने दिया है।

सनद हो कि रेडियो के प्रसारण से किसानों को समसामयिक, मौसम, किसानी की नई तकनीक की जानकारी दिया जाता है। इसके साथ ही समूदाय आधारित ज्ञान और मनोरंजन के कार्यक्रम भी प्रसारित किया जाता है। सरकारी जैसे कोरोना, चुनाव आदि के मैसेज भी प्रसारित किया जाता है। सामुदायिक एफएम ग्रीन किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। स्थानीय भाषा में चलाया जा रहा अंगिका आदि कार्यक्रम के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक रेडियो की पकड़ बढ़ रही है। यह भागलपुर और आसपास के किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। 

लाइव प्रसारण होता है

विश्वविद्यालय के मिडिया सेंटर इंचार्ज ईश्वर चंद कहते हैं कि एफएम ग्रीन रेडियो अब दुनिया के किसी कोने से लाइव सुना जा सकता है। पॉडकास्ट पर टैप कर कृषि, लोकगीत, स्वास्थ और अन्य कार्यक्रमों को इच्छा अनुसार सुन सकते हैं। इसमें वीडियो भी देख सकते हैं। श्रोताओं के आवाज को प्रसारित किया जाता है। सामुदायिक रेडियो प्रसारण की शुरुआत सबौर में 2019 में की गई थी जबकि गया में बहुत पहले से संचालित हो रहा है। सबौर में संचालित हो रहे सामुदायिक रेडियो की लोकप्रियता धीरे-धीरे काफी बढ़ गई है। इस पर किसानों के लिए कई तरह के कार्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा है।

इस संबंध में बिहार कृषि विवि के कुलपति डॉ. आरके सोहने ने कहा कि दो सामुदायिक रेडियो स्टेशन की सफलता के बाद तीसरा रेडियो स्टेशन खुलने की स्वीकृति भारत सरकार ने दे दिया है। इससे किसानों को स्वस्थ मनोरंजन के साथ किसानी में लाभ मिलेगा।  

chat bot
आपका साथी