बिहार कृषि विश्वविद्यालय: सभी कॉलेजों का जल्द होगा एक्रीडिएशन, प्रयोगशाला भी अत्याधुनिक
बिहार कृषि विश्वविद्यालय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा प्रयोगशाला गुणोत्तर शिक्षा का छात्रों को मिलेगा लाभ। कुलपति ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक दिए कई आवश्यक निर्देश। सभी कालेजों को हर हाल में आइसीएआर से मान्यता दिलाना हमारा लक्ष्य है।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर से संबद्ध सभी छह कृषि कालेजों का अखिल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) नई दिल्ली से जल्द मान्यता (एक्रीडिटेशन) मिलेगी। यहां के छात्र छात्राओं को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ गुणोत्तर शिक्षा का लाभ मिलेगा। इसके लिए सभी प्रयोगशालाओं को माडर्न बनाये जाएंगे। स्मार्ट क्लास में छात्रों को पढऩे की सुविधा मिलेगी, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी मेधा का परचम लहरा सके।
आइसीएआर से मान्यता को लेकर सोमवार को कुलपति डा.अरुण कुमार ने विश्वविद्यालय के मिनी आडिटोरियम में सभी डीन डायरेक्टर, कालेजों के प्रधान और कृषि अनुसंधान केंद्र पटना के निदेशक के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में उन्होंने कोरोना संकट काल के दौरान मान्यता के लिए की जा रही तैयारियों की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संबद्ध कालेजों के प्राचार्य को प्रयोगशालाओं को अत्याधुनिक बनाने तथा गुणोत्तर शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लास की सुविधाएं छात्रों को मिले इसकी भी आवश्यक तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया। कुलपति ने कहा कि हमारी प्राथमिकता बच्चों को गुणोत्तर शिक्षा प्रदान करने की है ताकि वे अपनी मेधा के बल पर वैश्विक पहचान बना सके।
उन्होंने कहा विश्वविद्यालय के सभी कालेजों को हर हाल में आइसीएआर से मान्यता दिलाना हमारा लक्ष्य है। यह हमारी प्राथमिकता भी है। इसकी तैयारी हमें पूरी तन्मयता से करनी है। इसमें किसी भी तरह की परेशानी हो तो विश्वविद्यालय प्रशासन को तत्काल अवगत कराएं। तैयारी के कार्यों में कोई लेटलतीफी और आनाकानी अच्छी बात नहीं होगी। समीक्षा बैठक में उपस्थित सभी डीन डायरेक्टर और कालेज के प्राचार्य ने भी अपने अपने विचार रखे। बैठक में कुछ कालेजों के प्राचार्य ने अपनी समस्याएं भी रखी। जिस पर कुलपति ने तत्काल समाधान का भरोसा दिया।
समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय के कृषि अधिष्ठाता डा. आरआर सिंह, निदेशक प्रसार शिक्षा डा.आरके सोहने, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डा पी के सिंह, निदेशक अनुसंधान डा मो. फिजा अहमद, कृषि अनुसंधान केंद्र पटना के क्षेत्रीय निदेशक डा.सुरेंद्र बहादुर सिंह सहित सबौर, सहरसा, पूर्णिया, डुमराव और किशनगंज कृषि कालेज और उद्यान कालेज नूरसराय के प्राचार्य उपस्थित थे।