Bihar Agricultural University : कृषि विज्ञान केंद्रों में इन पदों के लिए होगी इतनी बहाली, जानिए... कैसे करें आवेदन

Bihar Agricultural University कृषि विज्ञान केंद्रों में एसएमएस के रिक्‍त पदों के लिए बहाली निकाली गई है। इसके अलावा बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय में भी शीघ्र ही कुछ पदों के लिए बहाली निकाली जाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 04:17 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 04:17 PM (IST)
Bihar Agricultural University : कृषि विज्ञान केंद्रों में इन पदों के लिए होगी इतनी बहाली, जानिए... कैसे करें आवेदन
बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय में बहाली निकाली जाएगी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कृषि विज्ञान केंद्रों में एसएमएस के पदों पर शीघ्र बहाली होगी। इस पद के लिए 50 सीटें हैं। नियुक्ति बहुत जल्द की जाएगी। 10 फरवरी तक सरकार के आरक्षण नियमों अनुसार प्रमंडलीय आयुक्त से फाइल की स्वीकृति करा ली जाएगी। उक्त बातें गुरुवार को आयोजित वर्कशॉप कम ट्रेनिंग प्रोग्राम के अध्यक्षीय संबोधन में बिहार कृषि विश्‍वविद्यालय के कुलपति डॉ आर के सुहाने ने कही।

उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार किसानों के हितार्थ धरातल पर गुणवत्तापूर्ण परियोजना को उतारें। आपके काम करने के क्रियाकलाप पर समझौता नहीं की जाएगी। गुणवत्तापूर्ण आउटपुट देना ही होगा। मुख्यालय के किसी भी विभाग में तीन दिन से ज्यादा कोई फाइल नहीं अटकेगी। वर्कशॉप में कृषि विज्ञान केंद्र के सभी वरीय वैज्ञानिक उपस्थित थे।

 

अटारी के निदेशक डॉक्टर अंजनी कुमार ने कहा कि सातवां वेतन कृषि विज्ञान केंद्र के कर्मियों को बहुत जल्द मिलने लगेगा। एरियर के साथ भुगतान आदेश किया जाएगा। इसके लिए फाइल अंतिम चरण में है। अब निदेशक स्तर के अधिकारी अपने वरीय कृषि विज्ञानी की टीम के साथ महीना में दो से तीन बार फिल्ड में जाएंगे। किसानों के खेतों पर जाकर फसल देखेंगे। किसानों की समस्या पूछेंगे और निराकरण पर पहल करेंगे। साथ ही साथ कृषि विज्ञान केंद्र और कॉलेज सहित रिसर्च सेंटरों में काम का अवलोकन भी करेंगे। बेहतर काम करने वाले कर्मियों को जहां पुरस्कृत किया जाएगा। लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई भी होगी। सभी कृषि विज्ञान केंद्र को बेहतर पैमाने पर बीज उत्पादन करने की जिम्मेदारी दी गई।

केवीके में बनेगा हाईटेक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल

विश्वविद्यालय के अधीनस्थ सभी कृषि विज्ञान केंद्रों में हाईटेक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल बनाना है। इसके लिए केवीके के डिमांड के अनुसार राशि आवंटित कर दी गई है। मार्च से पहले राशि खर्च कर योजना को अंतिम रूप देने की अनिवार्यता है। प्रत्येक जिले से किसानों को अवार्ड के लिए चयनित करने के लिए बायोडाटा मुख्यालय को भेजने की जिम्मेदारी कृषि विज्ञान केंद्र को दी गई है। वर्कशॉप दो दिन चलेगा जिसमें कृषि विज्ञान केंद्र के कार्यों का अवलोकन किया जाएगा।

वर्कशॉप को इन्होंने भी किया संबोधित

वर्कशॉप को डीन एजी डा.आरआर सिंह, बीज एवं प्रक्षेत्र निदेशक डॉ. पीके सिंह, पूसा के वरीय वैज्ञानिक विजय सिंह मीणा, अनुसंधान निदेशक डॉ. आईएस सोलंकी ने संबोधित किया। मंच संचालन प्रसार शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. आरएन सिंह ने किया।

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