भारत रत्न जेपी जयंती: कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार में भी याद किए गए लोकनायक जयप्रकाश नारायण

भारत रत्न जेपी जयंती- भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर बिहारभर ने उन्हें याद किया। उनके उठाए गए कदमों के बारे में चर्चा की गई है। इंटरनेट मीडिया पर नेता-मंत्रियों ने संवेदना प्रकट करते हुए उनके सिद्धांतों के कोट साझा किए...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 06:48 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 06:48 PM (IST)
भारत रत्न जेपी जयंती: कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार में भी याद किए गए लोकनायक जयप्रकाश नारायण
भारत रत्न जेपी की 119वीं जयंती के अवसर पर पुष्प अर्पित करतीं मंत्री लेसी सिंह।

आनलाइन डेस्क, भागलपुर। भारत रत्न जेपी जयंती: लोकतंत्र की असल ताकत क्या होती है? इसका जवाब अतीत के पन्ने देते हैं। राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' ने लिखा, 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती होगी' और भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति के बिगुल ने सत्ता परिवर्तन कर दिया। पराधीन भारत में बर्फ की सिल्लियों पर लेटने वाले जयप्रकाश आजाद भारत में भी जेल गए। सत्ता परिवर्तन के लिए उठाई गई उनकी आवाज को लाठी चलाते हुए दबाने की कोशिशें की गई। लेकिन, एक पारदर्शी और बेहतरीन सरकार का सपना देखने वाले जेपी ने हार नहीं मानी। आज उनकी जयंती पर बिहारभर में लोकनायक को याद किया गया।

11 अक्टूबर, 1902 को बिहार में सारण के सिताबदियारा में जन्में जेपी की यादें अजर-अमर हैं। हिंदुस्तान के सियासी इतिहास में उनकी हुंकार की गूंज आज भी सुनाई देती है। स्वाधीनता आंदोलन में जेपी ने सक्रिय भूमिका निभाई और आजाद भारत में लोकतंत्र की आवाज मुखर की। उनकी जयंती पर कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

पूर्णिया में मंत्री लेशी सिंह बोलीं- जेपी के सिद्धांतों का आत्मसात जरूरी

भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयन्ती के अवसर पर बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह ने अपने पूर्णिया स्थित आवास पर लोकनायक के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। मंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण क्रांति के अग्रदूत लोकनायक जयप्रकाश नारायण त्याग और बलिदान के प्रतिमूर्ति थे। उनका जीवन सदा आमलोगों के लिए समर्पित था।  लोकनायक का विचार आज भी प्रासंगिक है। आज समाज के लोगों को उनके विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है। वे सामाजिक रसता,समाजवाद के साथ -साथ सामाजिक न्याय के प्रति समर्पित थे।

उन्होंने कहा कि जय प्रकाश नारायण एक नाम नहीं एक आंदोलन के प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। हमेशा मजलूमों, गरीबों व मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष करते रहे। उनका सपना था कि देश में समाजवाद पूरी तरह स्थापित हो। समाज को अपने अधिकार के लिए जागृत करने वाले राष्ट्रप्रेम से पोषित एवं जनकल्याण पर आधारित उनका जीवन युग युगान्तर तक हमें प्रेरणा देता है। हमें उनके आदर्शों पर चलना चाहिए।

 सुपौल में 119 वीं जयंती पर याद किए गए जेपी 

संवाद सहयोगी, वीरपुर। नगर पंचायत के वार्ड 04 स्थित राजकुमार उपाध्याय के आवास पर लोक नायक जयप्रकाश नारायण की 119 वीं जयंती मनाई गई। जहां रामजी सन्मुख की अध्यक्षता में कार्यक्रम की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के चित्र पर माल्यार्पण किया और 119 नंबर के केंडिल को जलाकर जन्मदिन मनाया। इस मौके पर जयप्रकाश नारायण के क्रांति गीत भी गाया गया।

वक्ताओं ने कहा कि वीरपुर परिक्षेत्र के सभी 1974 के सेनानी इस मौके पर निश्चित रूप से पहुंचते थे। लेकिन नवरात्र व पंचायत चुनाव के कारण इस साल 1974 के सभी क्रांतिकारी नही पहुंच सके हैं। बावजूद कार्यक्रम को भव्यतापूर्वक किया गया। उपस्थित लोगों ने जयप्रकाश नारायण के जीवनी पर संक्षिप्त परिचय दिया और उनके विचारों को जीवन में उतारने की बात कही। 

लोकनायक के विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादायी....

संवाद सूत्र, सिमुलतला (जमुई)। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने अपनी पत्नी प्रभावती द्वारा लिया गया ब्रह्मचर्य के वचन का अक्षरश: पालन किया। उपरोक्त बातें लोकनायक की 119 वीं जयंती के अवसर पर सिमुलतला स्थित जयप्रकाश नारायण उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सर्वोदय नेता एवं गांधी विचारक, सर्व सेवा संघ वर्धा के पूर्व अध्यक्ष वयोवृद्ध अमरनाथ भाई ने अपने संबोधन में कही। भाई ने लोकनायक के जीवन पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए उनकी कृतियों को उपस्थित छात्र - छात्राओं के सम्मुख रखा। उन्होंने बताया कि लोकनायक को प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति जैसे बड़े पद का अवसर मिला, लेकिन वे जन प्रिय नेता थे, पद प्रिय नहीं। इसलिए उन्होंने सभी अवसरों को ठोकर मार दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय जमुना बेन पुरस्कार से सम्मानित सरला बहन ने किया जबकि मंच संचालन ग्राम भारती सर्वोदय आश्रम सिमुलतला के संचालक कुमार विमलेश ने किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ लोकनायक एवं ग्राम भारती के संस्थापक शिवानंद भाई के चित्र पर पुष्प दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय संस्थापक स्व शिवानंद भाई की स्मृति में नवनिर्मित कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्ष का भी फीता काटकर उदघाटन किया गया।

मुंगेर में याद किए गए जेपी

संवाद सूत्र, बरियारपुर(मुंगेर) : संपूर्ण क्रांति के जनक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 119 वीं जयंती राजद प्रखंड अध्यक्ष हरदेव कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिलाध्यक्ष के आवास पर मनाया गया। मुख्य अतिथि जिलाध्यक्ष डा. देवकीनंदन सिंह व विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय अस्मिता के शायर सह कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव शशि आनंद अलबेला थे। कार्यक्रम में प्रखंड के कार्यकर्ताओं ने छात्र आंदोलन के प्रेरणास्रोत लोकनायक जयप्रकाश नारायण के तैलिय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। संयुक्त रूप से केक काटकर जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में जिला सचिव राजाराम गुप्ता, युवा प्रखंड अध्यक्ष अनुज आनंद, युवा प्रखंड प्रधान महासचिव सुनील कुमार, युवा प्रखंड सचिव अनंत कुमार सत्यार्थी थे।

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