'इस मुसीबत से बचाओ भगवन, फिर किसी रूप में आओ भगवन'- अनूप जलोटा संग भागलपुर के सत्‍यम और कई मशूहर गायकों ने दी अपनी जादुई आवाज

कोरोना के दर्द को हरेगा अंग (भागलपुर) के लाल सत्यम का भजन अनूप जलोटा सुदेश भोसले समेत कई मशहूर गायकों की जादुई आवाज। इंटरनेट मीडिया पर लगभग डेढ़ लाख फालोवर हैं। इस भजन में इनके साथ डॉ. सोमा घोष सुदेश भोंसले और मधुश्री भट्टाचार्य हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:08 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:08 AM (IST)
'इस मुसीबत से बचाओ भगवन, फिर किसी रूप में आओ भगवन'- अनूप जलोटा संग भागलपुर के सत्‍यम और कई मशूहर गायकों ने दी अपनी जादुई आवाज
अनूप जलोटा के साथ भागलपुर का सत्‍यम।

भागलपुर [संजय सिंह]। कोरोना काल के भय, तनाव, घुटन आदि से लोगों को उबारने के लिए अंग के लाल सत्यम ने पद्मश्री अनूप जलोटा व अपने सहित पांच गायक कलाकारों के मधुर स्वरों में एक भजन का वीडियो तैयार किया है। इन्होंने जल्द ही उसे लांच करने की योजना भी पूरी कर ली है। उसमें इनके अलावा देश के जिन अन्य नामचीन गायक कलाकारों के स्वरों को शामिल किया गया है उनमें अनूप जलोटा, डॉ. सोमा घोष, सुदेश भोंसले और मधुश्री भट्टाचार्य शामिल हैं।

इस भजन के बोल हैं-इस मुसीबत से बचाओ भगवन, फिर किसी रूप में आओ भगवान...। सिद्धस्त कलाकारों की जादुई आवाज में यह भजन सुनकर अवश्य ही श्रोताओं को शुकून मिलेगा। वे स्वयं को उर्जा से भरा महसूस करेंगे। इससे उन्हें कोरोना महामारी से निपटने में भी बल मिलेगा। इसके संगीतकार सत्यम हैं और इसके गीतकार सुखनिधन मिश्रा हैं। इस भजन का आइडिया उन्हें कैसे आया इस बारे में सत्यम ने बताया कि कोरोना काल के लगभग एक डेढ़ साल से हम म्यूजिशियन भी घर पर बैठे हुए हैं। स्टेज शो बंद है। ऐसे में कोरोना काल की परिस्थिति पर एक सार्थक गीत बनाने का विचार मन में आया। कोरोना काल सभी के लिए एक गंभीर मामला बनकर आया है।

मन-मस्तिष्क पर पडऩे वाले इसके नकारात्मक प्रभाव को दूर करना आवश्यक है। इसलिए ऐसे भजन का विचार आया, जिसमें इस मुसीबत से बाहर निकालने की प्रार्थना, निवेदन, आग्रह-अनुग्रह हो। यह भजन निश्चय ही श्रोताओं को शुकून व सकारात्मक उर्जा से भर देगा। उन्होंने बताया कि भजन को कंपोज करने के दौरान ख्याल आया कि अगर इसमें कुछ जादुई आवाज वाले गायक भी शामिल हो जाएं तो सोने में सुहागा हो जाएगा। इसके लिए भजन को अपनी आवाज में सुर-ताल से सजाकर ऑडियो गुरु अनुप जलोटा को भेजा और उसमें अपनी आवाज भी देने की गुजारिश की। उन्होंने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया। फिर सोमा घोष, मधुश्री व सुदेश भोंसले भी अपनी आवाज देने के लिए राजी हो गए। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही इस वीडियो को जारी करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

इंटरनेट मीडिया पर डेढ़ लाख फालोवर हैं इनके

बताते चलें कि अंग के लाल सत्यम सात वर्ष की उम्र से ही गायिकी में दखल दे रहे हैं। यदि कहें कि संगीत इन्हें विरासत में मिला है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इनकी मां स्वामी मंजुला नंद भी विख्यात लोक गायिका रही हैं। सत्यम इंटरनेट मीडिया पर लाइव आकर गीत गाते रहे हैं। शुरू में इन्होंने कुछ लोकप्रिय कलाकारों के गाए गीत सुनाए। फिर स्वयं गीत रचकर सुनाने लगे। बीते एक साल में उन्होंने सोशल मीडिया पर लाइव आकर पांच सौ से अधिक स्वरचित गजलें, भजन, सुगम संगीत आदि गाए हैं। इनके गीतों से प्रभावित होकर आज वहां इनके डेढ़ लाख फालोवर हैं। सत्यम आनंद के कर्णप्रिय स्वरवद्ध गीत-संगीत सुनकर हर दिन हजारों संगीत प्रेमी आनंदित हो रहे हैं। कोरोना काल में उन्हें तनाव मुक्त होने में मदद मिल रही है। इन्हें उम्मीद है कि नए भजन के रिलीज होने पर इनकी लोकप्रियता में और इजाफा होगा।

chat bot
आपका साथी