Bhagalpur Weather Forecast : सुबह छाये बादल, दोपहर बाद खिलेगी धूप, जानिए... आज के मौसम का हाल

Bhagalpur Weather Forecast शीतलहर व पाला से छूटा पीछा खेतों में खुशियाली। पाला व शीतलहर निगल सकती थी 20 फीसदी तक उत्पादन। कहीं-कहीं हो सकती है हल्की बारिश धीरे-धीरे सामान्य होगा तापमान। मौसम आज से साफ हो जाएगा।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Tue, 09 Feb 2021 07:59 AM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2021 07:59 AM (IST)
Bhagalpur Weather Forecast : सुबह छाये बादल, दोपहर बाद खिलेगी धूप, जानिए... आज के मौसम का हाल
मगलवार को भागलपुर में मौसम का हाल।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur Weather Forecast :  जिले के कई हिस्सों में मंगलवार की सुबह बादल छाये रहेंगे। दोपहर बाद धूप खिलेगी। कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। धीरे-धीरे ठंड कमती जाएगी और मौसम सामान्य हो जाएगा।

इधर, सोमवार को सुबह से शाम तक धूप नहीं खिली। सुबह हल्की बारिश और तेज गति से हवा के चलने से ठंडक बढ़ गई। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कृषि ग्रामीण मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 90 फीसद आद्रता के साथ 2.8 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पश्चिमी हवा चली।

कल से साफ हो जाएगा मौसम

मंगलवार तक आसमान में बादल छाये रहेंगे। बुधवार से मौसम साफ हो जाने की संभावना है। तापमान में वृद्धि होगी। जिससे ठंड का असर कम होगा।  

खेती किसानी को लाभ

पाला व शीतलहर से पीछा छूटने से आम लोगों के चेहरे ही नहीं खिले हैं बल्कि इसकी खुशियाली खेत खलिहानों तक दिखने लगी है। आलू के साथ अन्य रबी व तिलहन पर शीतलहर व पाला के प्रकोप की बढ़ रही संभावना ने किसानों की नींद उड़ा दी थी। कोरोना के कारण मक्का में मार खाए किसानों की सारी उम्मीद फिलहाल रबी पर टिकी हुई है। इस बार मक्का,गेहूं , तिलहन के साथ आलू की फसल भी अब तक ठीक रही है। इधर 14 जनवरी के बाद से ही मौसम ने जो करवट ली, वह इस बार किसानों की सांस भी फूला दी। यूं क्षेत्र में अब आलू की बहुतायत फसल निकल गई है, लेकिन पछता खेती करने वाले किसान पूरी तरह बेचैन हो गए थे। वहीं गेहूं व मक्का के साथ तिलहन को लेकर भी किसानों की बेचैनी बढऩे लगी थी। इधर दो दिन पूर्व मौसम के अनुकूल होने से किसान राहत में हैं। बता दें कि तीन दिन पूर्व तक न्यूनतम तापमान छह से सात डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान 15 से 18 डिग्री चल रहा थ।  वायुमंडल में नमी 75 फीसदी होने पर कोहरा की स्थिति विकट हो जाती थी। लगभग दो सप्ताह तक ठीक ढंग से लोगों को सूर्य का दर्शन नहीं हो रहा था। पौधा की सतह पर पाला पडऩे से उत्तक मरने लगे थे तथा पौधा को क्षति पहुंचने लगी थी। बता दें कि रबी फसलों पर ज्यादा ठंड व सूर्य रोशनी कम पडऩे पर  पौधा की क्रियाएं धीमी पड़ जाती है। प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधा पहुंच जाती है। पौधे की वृद्वि तथा फल फूल बनाने की क्रिया धीमी पड़ जाती है। पौधा मे एन्जाइम बनने की क्रिया मंद पड़ जाती है। प्रकाश संश्लेषण और श्वसन की क्रिया धीमी होने से उर्जा तत्व कम होते हैं। शीत की अधिकता पौधे में पीलापन लाती है जो क्लोरोफिल कम होने के लक्षण हैं।

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