Bhagalpur Weather : दो दिन बाद थम जाएगी बारिश की रफ्तार, नियत समय से मानसून की दस्तक किसानों के लिए लाभकारी

Bhagalpur Weather भागलपुर में दो दिनों के बाद बारिश थम जाएगी। पिछले कई वर्षों से मानसून आने में विलंब होता था। सही समय पर आया मानसून खेती किसानी के लिए बहुत अछा है। कम खर्च और कम सिंचाई में धान की बेहतर पैदावार होगी।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:34 PM (IST)
Bhagalpur Weather : दो दिन बाद थम जाएगी बारिश की रफ्तार, नियत समय से मानसून की दस्तक किसानों के लिए लाभकारी
Bhagalpur Weather : भागलपुर में दो दिनों के बाद बारिश थम जाएगी।

संवाद सहयोगी, भागलपुर!  मानसून के दस्तक देते ही पिछले तीन दिनों से झमाझम बारिश से भागलपुर और आसपास का क्षेत्र सराबोर हो रहा है। मानसून की अ'छी बारिश रुक-रुककर हो रही है। हालांकि अब धीरे-धीरे बारिश की रफ्तार कम होगी। दो दिन बाद 16 जून से बारिश की रफ्तार थम जाएगी।

बिहार कृषि विश्वविद्यालय के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मानसून अपने नियत समय से बिहार में आ गया है। पिछले कई वर्षों से मानसून आने में विलंब होता था। सही समय पर आया मानसून खेती किसानी के लिए बहुत अ'छा है। कम खर्च और कम ङ्क्षसचाई में धान की बेहतर पैदावार होगी। वहीं रवि फसल के लिए मानसूनी वर्षा मिट्टी में नमी बरकरार रखेगी जिससे रवि फसल भी काफी अ'छी होगी। बताया गया कि 16 जून के बाद बारिश रुक जाएगी।

उधर, बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया है। लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिल गई है। बारिश के कारण शहर के नाले और पथ की स्थिति नारकीय हो गई है।

गंगा की तीव्र धारा में मिट जाएगा गांव का वजूद

संवाद सहयोगी, भागलपुर : बढ़ते गंगा कटाव से सबौर क्षेत्र की तकरीबन एक लाख की आबादी प्रभावित हो रही है। रजंदीपुर और फरका पंचायत सबसे ज्यादा कटाव की जद में है। हजारों एकड़ खेती योग्य जमीन गंगा में समा गई है। अब गंगा की धारा के कारण दर्जन भर से ज्यादा गांवों के वजूद पर संकट खड़ा हो गया है। लगातार कटाव की स्थिति से जागरण खबर के माध्यम से सरकारी तंत्र को अगाह कर रहा है। खबर प्रकाशन के बाद इंगलिश गांव में विभाग द्वारा गंगा कटाव के काम के लिए भरी हुई बोरियां लाई गई हैं। काम भी हो रहा है, लेकिन काम की गति काफी धीमी है और कटाव की गति तीव्र है। ऐसी स्थिति में गांव बच पाना मुश्किल है। यदि नहीं रोका जा सका तो ग्रामीण पथ काट कर गंगा की धारा कई जगह एनएच 80 तक पहुंंच कर उसे भी काटेगी।

उधर, स्थानीय राजद के विधायक अली अशरफ सिद्दीकी, कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष बिपिन बिहारी यादव, मुखिया रामवरण यादव, शंकर मंडल, भागवत चौबे, प्रमुख अभय कुमार, उपप्रमुख बहुरन मंडल, जिला पार्षद महेश यादव सहित दर्जनों ग्रामीण त्राचार कर सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं होने की वजह से ग्रामीणों के बीच कटाव को लेकर दहशत बना हुआ है।

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कोट

कटाव स्थल पर कटाव रोधी सामग्री भेजी जा रही है। जरूरत अनुसार काम किया जाएगा। कटाव रोकने के लिए जो भी संभव होगा किया जाएगा।

सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी  

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