Bhagalpur News: पत्नी ने पति को बताया नपुंसक, विवाह तोड़ने पहुंचे युवती के भाई की बेरहमी से पिटाई

भागलपुर में एक युवती ने अपने पति को नपुंसक करार दिया और विवाह तोड़ने का फैसला ले लिया। युवती का कहना था कि विवाह के बाद से पति का व्यवहार सही नहीं है इससे तंग आकर वो ये फैसला ले रही है। संबंध तोड़ने पहुंचे भाई...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 06:54 AM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 06:54 AM (IST)
Bhagalpur News: पत्नी ने पति को बताया नपुंसक, विवाह तोड़ने पहुंचे युवती के भाई की बेरहमी से पिटाई
भागलपुर का मामला, भाई की जमकर की गई पिटाई।

जागरण संवाददाता, भागलपुर : जिले के बबरगंज थाना क्षेत्र के अलीगंज में ब्याही नवगछिया की युवती ने अपने पति को नपुंसक बता दिया। इस जानकारी बाद युवती ने विवाह-विच्छेद करने का फैसला लिया, तो हंगामा मच गया। पत्नी अपने पति के व्यवहार से दुखी हो नवगछिया अपने मायके आ गई थी। मामले में अपने घर वालों से बातचीत कर विवाह-विच्छेद करने का फैसला लिया। युवती ने अपने भाई को जब फैसले की जानकारी देने के लिए अपने पति के घर अलीगंज भेजा, तो वहां उसकी जमकर पिटाई कर दी गई।

ये मारपीट तब हुई, जब युवती का भाई अपने बहनोई के घर पहुंचा और विवाह तोड़ने के फैसले की जानकारी दी तो वहां मौजूद लोगों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर लहूलुहान कर दिया। घटना की जानकारी दे भाई ने बबरगंज थाने में मारपीट समेत अन्य गंभीर आरोप में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इस मामले के बाद से इलाके में चर्चा तेज हो गई है।  - नपुंसक होने का आरोप लगाया तो युवती के भाई को कर दिया लहूलुहान - भाई ने दर्ज कराया बबरगंज थाने में केस

खबर सुल्तानगंज से: पूर्व सीओ पर लगे आरोपों की होगी जांच

जागरण संवाददाता, भागलपुर : सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव शालीग्राम पांडेय ने सुल्तानगंज नगर परिषद के पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी और अंचलाधिकारी ओम प्रकाश महतो के विरुद्ध आरोपपत्र उपलब्ध कराने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया है। उन्होंने पत्र जारी कर कहा है कि निगरानी जांच में ओम प्रकाश महतो के खिलाफ आरोपपत्र उपलब्ध कराया गया है। प्राप्त आरोपपत्र में आठ आरोप प्रतिवेदित किए गए थे। आठ आरोपों में से छह आरोपों को प्रमाणित नहीं बताते हुए एक आरोप को बिल्कुल चलताऊ किस्म का बताया गया है। एक आरोप में कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। निगरानी विभाग द्वारा ही पूर्व से जिला से उपलब्ध साक्ष्य को उपलब्ध कराया गया है, पर साक्ष्य की सूची उपलब्ध नहीं है।

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