ऐसी होगी शादी, इस लड़की ने सपने में भी नहीं सोचा था
भागलपुर के अकबरनगर में एक युवती की अद्भुत शादी हुई। इस गरीब घर की लड़की ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके स्वजन धूम-धाम से शादी करा पाएंगे। लेकिन यह कार्य कर दिखाया ग्रामीणों ने। घर-घर रुपये इकट्ठा किया।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कहते है आजकल किसी को किसी के भी दु:ख-सुख से कोई भी मतलब नही है, वहीं इस सोच के विपरीत अकबरनगर के भवनाथपुर के एक समाज सेवी सुबोध कुंवर ने एक मुहिम चलाकर आर्थिक समस्या से जूझ रहे परिवार की एक गरीब लड़की का विवाह के लिए पूरे दम-खम के साथ व्यक्तिगत परिचितों के सहयोग से चंदा इकठ्ठा कर लड़की विवाह संपन्न करवाया और एक मिसाल कायम की। अकबरनगर थाना क्षेत्र भवनाथपुर गांव में गरीबी और आर्थिक तंगी से बेटी की हाथ पीले करने में आड़े आ रही थी। भवनाथपुर गांव में ग्रामीणों ने चंदा कर एक गरीब लड़की का विवाह कराया। विदाई के दौरान हर ग्रामीण की आंखें नम दिखीं। पैसे के अभाव में बिन साज सज्जा के ही रात वक्त वैवाहिक रस्में कराई गईं।
ग्रामीणों ने बताया कि कारे कुंवर अत्यंत गरीब है। कारे मेहनत मजदूरी कर किसी तरह पेट पाल रहे है। बेटी की शादी आर्थिक तंगी की वजह नही होने से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। इसी दौरान पुत्री लक्ष्मी की शादी तय हुई। रविवार को कारे कुंवर के दरवाजे पर केसरी गांव से बारात आने वाली थी। जिसके बाद। ग्रामीणों ने कारे की गरीबी और आर्थिक तंगी को शादी में बाधक न बनने देने का फैसला किया। मुखिया व ग्रामीणों ने पैसा तो किसी ने खाद्यान्न और दान उपहार की व्यवस्था की। साज सज्जा की व्यवस्था होने के बगैर ही बारात पहुंची और सभी वैवाहिक रस्में संपन्न कराई गईं। गांव के लोग हर रस्म में खड़े दिखे।
लक्ष्मी की विदाई हुई तो पूरे मोहल्ले के लोगों की आंखों से आंसू झलक उठे। कारे कुंवर बताते हैं कि उसकी आर्थिक तंगी और गरीबी के बावजूद शासन प्रशासन की ओर से उसे कोई मदद नहीं मिली। न तो शादी अनुदान का लाभ मिला और न ही अन्न योजनाओं का फायदा। अब ग्रामीणों और रिश्तेदारों के सहयोग से उसकी बेटी के हाथ पीले हो सके। लक्ष्मी के माता पिता ने सभी लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हमारी बच्ची का विवाह अच्छे तरीके से हो पाएगा।