Bhagalpur News : कचहरी रोड पर अंडरपास और सेंट टेरेसा स्कूल के पास बनेगा एफओबी, इको पार्क भी

भागलपुर में अंडरपास और फुटओवर ब्रिज निर्माण को हरी झंडी डीपीआर भेजा गया मुख्यालय। डीपीआर को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद अपनाई जाएगी टेंडर की प्रक्रिया। पटना के पुराने सचिवालय के पास निर्मित अंडरपास की तरह ही यहां भी इको पार्क की तरह यहां बनाने की योजना है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 10:50 AM (IST)
Bhagalpur News : कचहरी रोड पर अंडरपास और सेंट टेरेसा स्कूल के पास बनेगा एफओबी, इको पार्क भी
भागलपुर में अंडरपास, इको पार्क और एफओबी का होगा निर्माण।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। सुगम यातायात के लिए सिल्क सिटी में अंडरपास और फुटओवर ब्रिज का निर्माण होगा। कचहरी रोड पर अंडरपास और अलीगंज में सेंट टेरेसा स्कूल के फुटओवर ब्रिज (एफओबी) निर्माण को सरकार की हरी झंडी मिल गई है। पथ निर्माण विभाग ने दोनों योजनाओं का डीपीआर बनाकर मुख्यालय भेज दिया है। डीपीआर को जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है।   

विभागीय अधिकारियों के अनुसार

कचहरी चौक और घूरनपीर बाबा मजार चौक के बीच सिविल कोर्ट के दोनों गेट तक 30 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा अंडरपास बनेगा। इसके निर्माण में डेढ़ करोड़ से अधिक खर्च होगा। वहीं भागलपुर-हंसडीहा मार्ग में अलीगंज स्थित सेंट टेरेसा स्कूल सीनियर सेक्शन के पास 30 मीटर चौड़ा और 12 मीटर लंबा फुटओवर बनेगा। इसके निर्माण में डेढ़-दो करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

पटना के पुराने सचिवालय के पास निर्मित अंडरपास की तरह ही भागलपुर में भी इको पार्क की तरह यहां बनाने की योजना है। इको पार्क अंडरपास बनने से जलजमाव की समस्या नहीं होगी। अंडरग्राउंड अंडरपास बनाने से वकील और कोर्ट आने वाले लोगों को एक ओर से दूसरे ओर जाने में परेशानी नहीं होगी। व्यस्त मार्ग होने के कारण न्यायालय के एक परिसर से दूसरे छोर आने-जाने में न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं व अन्य लोगों की परेशानी को देखते हुए ढाई साल पूर्व जिला जज द्वारा अंडरपास बनाने का प्रस्ताव दिया गया था।

दूसरी ओर भागलपुर-हंसडीहा मार्ग में भारी यातायात के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। स्कूली बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही अलीगंज में सेंट टेरेसा स्कूल के पास एफओबी का निर्माण होना है। इसके निर्माण होने से बच्चों को सड़क पार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एफओबी से ही एक ओर से दूसरे ओर चले जाएंगे।   

अंडरपास और एफओबी के प्राक्कलन को मुख्यालय की मंजूरी मिलने के बाद  टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। -प्रभा शंकर कोकिल, अधीक्षण अभियंता, पथ निर्माण विभाग। 

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