Bhagalpur news : मिशन पांच करोड़ योजना : नर्सरी में छह लाख पौधा तैयार करेगा वन विभाग

पर्यावरण संरक्षण मिशन पांच करोड़ योजना की तैयारी में जुटा विभाग होगा पौधरोपण। तीन से पांच फीट का पौधा मिलेगा 30 रुपये में 80 हजार लगाएगा मनरेगा। जीविका की ओर से इस वर्ष कितने पौधे लगाए जाएंगे इसकी सूची वन विभाग ने मांगी है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:42 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:42 AM (IST)
Bhagalpur news : मिशन पांच करोड़ योजना :  नर्सरी में छह लाख पौधा तैयार करेगा वन विभाग
विश्वकर्मा जीविका समूह ने तैयार किया था पौधा

जागरण संवाददाता, भागलपुर। मिशन पांच करोड़ योजना के तहत वन विभाग छह लाख पौधे तैयार करेगा। इसकी तैयारी विभाग की ओर से शुरू कर दी गई है। स्थल का चयन कर लिया गया है। वन विभाग की खाली जमीन पर पौधा तैयार किया जाएगा। तीन से पांच फीट का पौधा होने पर उसे जुलाई-अगस्त के महीने खाली जमीन पर लगाया जाएगा। साथ ही विभाग के द्वारा पौधे की बिक्री भी की जाएगी। हालांकि अभी तक पौधे की कीमत तय नहीं हुई है। पिछले वर्ष 30 रुपये में एक पौधा की बिक्री की गई थी। साथ ही जीविका दीदी और सबौर विश्वविद्यालय द्वारा भी पौधे तैयार किए जाएंगे। पिछले वर्ष वन विभाग ने चार लाख से अधिक पौधे तैयार किए थे।

जीविका से मांगी सूची

जीविका की ओर से इस वर्ष कितने पौधे लगाए जाएंगे, इसकी सूची वन विभाग ने जीविका के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से मांगी है। पिछले वर्ष कुछ जीविका दीदी द्वारा वन विभाग के सहयोग से पौधा तैयार किया था। हालांकि अधिकांश जीविका दीदी ने वन विभाग से पौधा खरीदकर लगाया था। सबौर प्रखंड के शिव गुरु जीविका स्वयं सहायता समूह ने पौधरोपण के लिए तीन सौ पौधा वन विभाग से प्राप्त किया था। आम, अमरुद, कटहल, आंवला के पौधे को लगाया गया था। ऐसे कई समूह वन विभाग से पौधा खरीदकर लगाया था। इस बार उक्त समूह द्वारा पांच सौ पौधा लगाने की योजना बनाई गई है।  समूह इस बार फलदार पौधा देने की मांग करने वाली है। इसी तरह मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से भी लगने वाले पौधों की सूची मांगी गई है। मनरेगा के तहत प्रत्येक पंचायत में पौधरोपण किया जाएगा।

विश्वकर्मा जीविका समूह ने तैयार किया था पौधा

बिहपुर प्रखंड से विश्वकर्मा जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सात जीविका दीदी को पिछले वर्ष पौधा तैयार करने की जिम्मेदारी मिली थी। इसके लिए वन विभाग ने प्रशिक्षण दिया था। इसके बाद जीविका दीदी द्वारा स्थल का चयन कर सिंचाई की व्यवस्था की गई। विभाग से 20 हजार पौधे से ज्यादा महोगनी, अर्जून, गम्हार के पौधे लगाए गए। नर्सरी शुरू करने के लिए वन विभाग से 88 हजार रुपये मिले। मिट्टी, बालू, गोबर को मिलाकर खाद तैयार किए और बीज के साथ उसे प्लास्टिक में डालकर प्लांट तैयार किया गया। नर्सरी लगाने से समूह को काफी फायदा हुआ।

मिशन पांच करोड़ योजना की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस वर्ष छह लाख पौधे नर्सरी में तैयार किए जाएंगे। तीन से पांच फीट तक का पौधा उपलब्ध कराया जाएगा। - भरत चिन्तपल्लि, डीएफओ

chat bot
आपका साथी