Bhagalpur News: बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर, गो पालन के लिए सरकार दे रही अनुदान, इस तरह करें आवेदन

बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर है। गोपालन पर सरकार अनुदान दे रही है। इसके लिए आप गव्य निदेशालय की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन कर बेरोजगार युवा गो पालन से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 10:36 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 10:36 PM (IST)
Bhagalpur News: बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर, गो पालन के लिए सरकार दे रही अनुदान, इस तरह करें आवेदन
गोपालन पर सरकार अनुदान दे रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। राज्य सरकार दुग्ध उत्पादन बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। राज्य गव्य निदेशालय ने प्रत्येक जिला को डेयरी व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए बेरोजगार युवाओं को गो पालन से जोडऩे का निर्देश दिया है। गव्य निदेशालय की वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन कर बेरोजगार युवा गो पालन से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं।

गो पालन से जुडऩे वालों को जिला गव्य विकास की ओर से अनुदान भी दिया जाएगा। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक 20 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं।

इन्हें मिलेगी प्राथमिकता

लाकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेश से अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों, शराबबंदी से प्रभावित परिवारों को योजना का लाभ देने में प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं, गो पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा, दुग्ध सहकारिता समिति से जुड़े आवेदक, जीविका स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाएं, आत्मा से प्रशिक्षित युवाओं को भी योजना का लाभ देने में प्राथमिकता दी जाएगी।

किस वर्ग के लिए कितना कोटा है निर्धारित वर्ग इकाई कोटा सामान्य - दो दुधारू मवेशी - 40 चार दुधारू मवेशी - 13 अत्यंत पिछड़ा वर्ग दो दुधारू मवेशी 5 चार दुधारू मवेशी 21 अनुसूचित जाति दो दुधारू मवेशी 20 चार दुधारू मवेशी : 10 अनुसूचित जनजाति दो दुधारू मवेशी : 03  

सफेद हाथी साबित हो रहा जल नल योजना, लोगों को नहीं मिल रहा लाभ

कटिहार के कदवाा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी नल जल योजना दम तोड़ती नजर आ रही है द्य प्रत्येक पंचायत के एक- एक वार्ड में 70 लाख से लेकर करोड़ तक की राशि जलापूर्ति योजना पर खर्च की गई है द्य नल, जल योजना से ग्रामीणों को आयरनयुक्त एवं दूषित पेयजल की समस्या से निजात मिलने केी उम्मीद थी। जलापूर्ति योजना में अनियमितता बरते जाने एवं विभागीय उदासीनता के कारण लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई स्थानों पर पाइपलाइन लीक करने के कारण जलापूर्ति का पानी सड़क पर बहकर बर्बाद हो रहा है। 

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