Bhagalpur News: सरकारी स्कूलों में समय से शुरू होंगी कक्षाएं, देरी से स्कूल पहुंचने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
सरकारी स्कूलों में समय से कक्षाएं संचालित होंगी। देरी से स्कूल पहुंचने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी कर दिया गया है। इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। इसके लिए वरीय अधिकारियों की ओर से...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला शिक्षा पदाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि पंचायत चुनाव संपन्न होने वाला है। ऐसे में अब विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में गंभीरता से प्रयास करें। समय से विद्यालय खुले और बंद हो। देर से विद्यालय आने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
-समय से शुरू हो कक्षा, देर से आने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
- स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों को कराएं सर्वे
- बच्चों को किताब उपलब्ध कराने में दिखाएं तत्परता
- जिला शिक्षा पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की हुई बैठक
सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हर हाल में प्रत्येक दिन 9.30 बजे किसी न किसी विद्यालय में पहुंच कर निरीक्षण करेंगे और उसका रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे। सबसे पहले शत प्रतिशत बच्चों तक किताब की उपलब्धता सुनिश्चित करें। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पुस्तक वितरण के लिए आयोजित होने वाले पुस्तक मेला का रोस्टर उपलब्ध कराया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी प्रखंड में सीआरसी स्तर पर पुस्तक मेला का आयोजन करें। पुस्तक मेला में पुस्तक खरीदने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करें। पुस्तक खरीद के लिए राशि पूर्व में ही छात्रों के बैंक खाते में डाल दी गई है।
वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंडों में शिक्षकों के माध्यम से विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों के सर्वे के बारे में जानकारी ली। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शिक्षकों को अपने अपने पोषक क्षेत्र में सर्वे कर रिपोर्ट देने को कहें। रिपोर्ट मिलने के बाद बच्चों का आनलाइन निबंधन करा कर उन्हें विद्यालय से जोड़ा जाएगा। स्कूलों के स्व मूल्यांकन में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि विद्यालय स्व मूल्यांकन कर वेबसाइट पर रिपोर्ट अपलोड करें, ताकि समय से थर्ड पार्टी मूल्यांकन का कार्य भी पूरा किया जा सके।