Bhagalpur News: आशा की हत्या में सौतन पर आरोप पत्र, किरोसिन उढ़ेल कर जिंदा जला दी गई थी
24 नवंबर 2020 को किरोसिन उढ़ेल कर जिंदा जला दी गई थी आशा देवी मृत्यु पूर्व उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष लिया था सौतन चंदा का नाम झगड़े में उसने किरोसिन डाल लगा दी थी आग। उपचार के दौरान आशा की हो गई थी मौत।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। पन्नू चक घोघा निवासी आशा देवी को उसकी सौतन से हुए झगड़े में 24 नवंबर 2020 को केरोसिन उढ़ेल जिंदा जला देने मामले में घोघा पुलिस ने सौतन चंदा देवी पर आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। आशा को जली हालत में जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में तब भर्ती कराया गया था जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मृत्यु पूर्व आशा का बयान लेने के लिए जिलाधिकारी ने जगदीशपुर के अंचल अधिकारी को बतौर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया था।
उनके समक्ष आशा ने अपने बयान में सौतन चंदा देवी का नाम ले बयान दिया था कि उसने शरीर पर किरोसिन उढ़ेल कर माचिस से आग लगा दी थी। उसने बयान में यह भी कहा था कि जब वह जलने लगी और वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी तो उसके पति मिथिलेश कुमार दौड़ते हुए आए। आग बुझाया और अस्पताल लेकर आए थे।
आशा ने दंडाधिकारी के समक्ष इतना बयान देने के बाद दम तोड़ा था। घटना को लेकर पहले जानलेवा हमले में केस दर्ज किया गया था। आशा की मृत्यु बाद घोघा पुलिस ने अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए केस को हत्याकांड में तब्दील कर दिया था। घोघा पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। तफ्तीश और पर्यवेक्षण के क्रम में पुलिस के वरीय पदाधिकरियों ने घटना को सत्य बताते हुए सौतन चंदा देवी पर हत्या का आरोप सत्य पाते हुए आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। चंदा घोघा थाना क्षेत्र के पन्नूचक की रहने वाली है। आशा के पति मिथिलेश ने दो शादी कर रखी थी।