टॉप : आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की बढ़ी मांग, देशी कपूर और नीलगिरी का तेल बढ़ा रहा ऑक्सीजन लेवल

कोरोना महामारी के दौरान जहां एक और मेडिकल दुकानों में सुबह से लेकर रात तक भारी भीड़ लगी रहती है। वहीं दूसरी ओर आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की दुकानों का भी अमूमन यही हाल है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:27 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:27 AM (IST)
टॉप : आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की बढ़ी मांग, देशी कपूर और नीलगिरी का तेल बढ़ा रहा ऑक्सीजन लेवल
टॉप : आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की बढ़ी मांग, देशी कपूर और नीलगिरी का तेल बढ़ा रहा ऑक्सीजन लेवल

भागलपुर। कोरोना महामारी के दौरान जहां एक और मेडिकल दुकानों में सुबह से लेकर रात तक भारी भीड़ लगी रहती है। वहीं दूसरी ओर आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की दुकानों का भी अमूमन यही हाल है। जहां सुबह दुकान खुलते ही लोगों की भीड़ काढ़ा बनाने की सामग्रियों और इम्यूनिटी बढ़ाने की जड़ी बूटियों को लेने के लिए उमड़ पड़ती है। मुख्य बाजार के हड़िया पट्टी स्थित पंसारी गली में ऐसी जड़ी बूटियों की दुकानों पर प्रत्येक दिन भीड़ देखी जा सकती है। गोपाल भंडार के संचालक पीयूष गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण में कई जड़ी बूटियों की मांग बढ़ी है। जिसका प्रयोग विभिन्न तरह के मौसमी बीमारियों और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। 10 सामग्रियों की बड़ी है मांग

दुकान संचालक पीयूष ने बताया कि कोरोना संक्रमण के रफ्तार पकड़ते हुए जड़ी बूटियों में 10 सामग्रियों की मांग तेजी से बढ़ी है। पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रहने के कारण वह लोगों को आसानी से सामग्रियां उपलब्ध करा रहे हैं। इसमें अश्वगंधा, मुलहठी, गिलोय, पीपल, सौंठ, देशी कपूर, नीलगिरी तेल, दाल चीनी, मरीच, लौंग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी कई ऐसी जड़ी बूटियां है जो लोग प्रयोग में ला रहे हैं। ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में ये सामग्री हैं लाभदायक

नीलगिरी के तेल और देसी कपूर का प्रयोग ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए किया जाता है। इन दोनों सामग्रियों का प्रयोग गर्म पानी में डाल कर किया जाता है। गर्म पानी में दोनों सामग्रियों के डालने के बाद जो भाप निकलती है। उसे लेने से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में काफी मदद मिलती है। इन जड़ी-बूटियों का काढ़ा है कारगर

आयुर्वेद की जानकारी रखने वाले राजेन्द्र कुमार ने बताया कि जड़ी बूटियों में सौंठ, मरीच, पीपल, गिलोय, दालचीनी और तुलसी पत्ते का काढ़ा इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर साबित हो रहा है। यह काढ़ा शरीर को अंदर से गर्म रखता है। जिससे सर्दी जुकाम की परेशानी नहीं होती है। गिलोय का अर्क प्रभावी

वहीं वैद्य रामानुज कुमार सिंह ने बताया कि वह लोग गिलोय के अर्क का प्रयोग इम्युनिटी बढ़ाने के लिए करते हैं। वे गिलोय को पानी मे खौलाते हैं। इसके बाद उससे निकले अर्क को इकठ्ठा कर कोरोना मरीज को भी देते हैं। उन्होंने बताया कि इमरती बनाने के लिए गिलोय से बेहतर और कोई भी सामग्री नहीं होती है। त्रिदोष पर काबू कर कोरोना से जीत सकते हैं जंग

वैद्य ने बताया कि इसके अलावा वे कोरोना मरीजों को द्रोणपुष्पी के पंचांग का काढ़ा देते हैं। इसमें वे द्रोणपुष्पी के जड़, पत्ते, फूल, तना, फूल का काढ़ा तैयार करते हैं। यह काढ़ा त्रिदोष को दूर करने में सहायक होता है। त्रिदोष में कफ, पित्त और वायु दोष शामिल होता है। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति इन्ही दोषों से होकर गुजरते हैं। यदि त्रिदोष पर काबू कर लिया जाए तो कोरोना का संक्रमण मरीजों का नुकसान नहीं कर सकता। निश्चित है खुलने का समय

पंसारी गली के अलावा नाथनगर के गुदड़ी बाजार में आयुर्वेद सामग्रियों की कई दुकान हैं। लेकिन इनकी दुकानों को भी 10 बजे तक ही खोलने की अनुमति दी गयी है। दुकानदारों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि उनकी आयुर्वेद की दुकानें भी दवा दुकानों की भांति ही खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। जिससे लोग आसानी से जड़ी बूटियों की खरीददारी कर सके।

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