कहलगांव और नवगछिया में भी होगा कोरोना मरीजों का इलाज
कहलगांव एवं नवगछिया अनुमंडल में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण मरीजों को इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल स्थित डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर) आना पड़ता था।
भागलपुर। कहलगांव एवं नवगछिया अनुमंडल में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के कारण मरीजों को इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल स्थित डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर) आना पड़ता था। जिस कारण कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती होने में विलम्ब होने से कई की स्थिति खराब हो जाती थी। जिस कारण कहलगांव अनुमंडलीय अस्पताल एवं नवगछिया में भी डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर) की स्थापना की गई है, ताकि कहलगांव एवं नवगछिया अनुमंडल के मरीजों को इलाज के लिए भर्ती किए जाने में समस्या नहीं हो।
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सिविल सर्जन को कहलगांव व नवगछिया जाकर स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी के निर्देश पर सिविल सर्जन शनिवार को नवगछिया अनुमंडल के डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर) का दौरा किया। नवगछिया के डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर) में 25 बेड ऑक्सीजन सहित 10 सामान्य बेड कुल 35 बेड की तैयार कराया गया है। डीसीएचसी नवगछिया में कोरोना से संक्रमित तीन मरीज कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप अपना इलाज करा रहे है। कहलगांव अनुमंडलीय अस्पताल के डीसीएचसी (डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर) में 35 बेड ऑक्सीजन सहित 15 सामान्य बेड कुल 50 बेड की तैयार की गई है। दोनो अनुमंडल में डीसीएचसी के कार्यरत हो जाने से नवगछिया एवं कहलगांव अनुमंडल के कोरोना के संक्रमित मरीजों के इलाज में सुविधा हुई है।
जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन द्वारा शनिवार को रंगराचौक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। सिविल सर्जन के निरीक्षण के क्रम में एक चिकित्सक डा. मनोरंजन को छोड़कर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, नारायणपुर सहित सभी अनुपस्थित पाए गए। सिविल सर्जन द्वारा सभी अनुपस्थित पदाधिकारी, प्रबंधक, कर्मियों सहित सभी से स्पष्टीकरण पूछते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, रंगराचौक सहित सभी का अनुपस्थित अवधि का वेतन व मानदेय को रोका गया है।