खतरे से बाहर होने के बाद भी आइसीयू से निकलना नहीं चाहते मरीज

भागलपुर। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसीयू में भर्ती छह मरीज खतरे से बाहर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 12:09 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 12:09 PM (IST)
खतरे से बाहर होने के बाद भी आइसीयू से निकलना नहीं चाहते मरीज
खतरे से बाहर होने के बाद भी आइसीयू से निकलना नहीं चाहते मरीज

भागलपुर। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसीयू में भर्ती छह मरीज खतरे से बाहर होने के बाद भी अन्य विभागों में रेफर होना नहीं चाहते। जबकि कोरोना से संक्रमित कई मरीजों को आइसीयू में भर्ती करना आवश्यक है। लेकिन बेड खाली नही होने के कारण उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है।

रविवार को भागलपुर के कोरोना से संक्रमित छह मरीजों को गंभीर हालत में 12 से 13 अप्रैल को आइसीयू में भर्ती किया गया था। उनकी हालत बेहतर होने के बाद उन्हें इंडोर मेडिसिन विभाग में रेफर कर दिया गया। इस विभाग में वैसे कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाता है, जिनकी हालात सुधर जाती है। लेकिन मरीज के स्वजन आइसीयू से मरीज को रेफर नहीं करने पर अड़े हुए हैं। आइसीयू के कर्मचारी और डॉक्टर भी स्वजनों को मरीज को मेडिसिन विभाग में ले जाने के लिए आरजू-मिन्नत कर चुके हैं।

दूसरी तरफ छह ऐसे कोरोना के मरीज हैं, जिनकी हालात खराब है। उन्हें आइसीयू में भर्ती करना आवश्यक है। उनके स्वजन बेड खाली होने का इंतजार कर रहे हैं। अस्पताल अधीक्षक ने भी स्वजनों को फोन कर आइसीयू खाली करने का आग्रह कर चुके हैं। फिर भी मरीज और स्वजन नहीं मान रहे। शाहकुंड के अंचल निरीक्षक कोरोना पॉजिटिव शाहकुंड : शाहकुंड अंचल के 58 वर्षीय अंचल निरीक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर अंचल कार्यालय में हड़कंप का माहौल हो गया है। जिसके कारण अंचल के कार्य भी प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है। अंचलाधिकारी जयप्रकाश ने बताया कि अंचल निरीक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर अन्य कर्मियों में भी दहशत देखने को मिल रही है।

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