Bhagalpur Municipal Corporation : होल्डिंग टैक्स वसूलने में निगम आगे, जनता को सुविधा देने में फिसड्डी
भागलपुर नगर निगम की ओर से टैक्स तो लिया जाता है पर जनता सुविधा को लेकर निगम कार्यालय में कोई सुविधा नहीं है। न तो पूछताछ केंद्र है और न ही एकल काउंटर। प्रतिदिन सैंकड़ों शहरवासी की अपने कार्यों के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहर में जनसुविधा उपलब्ध कराने से लेकर सफाई, पेयजल और विकास कार्यों की पूरी जवाबदेही नगर निगम की है। इसके बदले शहर की जनता सुविधा शुल्क के रूप में टैक्स भी देती है। जिससे निगम कार्यालय का तामझाम चल रहा है।
लेकिन, जनता सुविधा को लेकर निगम कार्यालय में कोई सुविधा नहीं है। न तो पूछताछ केंद्र है और न ही एकल काउंटर। ज्यादातर लोग होङ्क्षल्डग टैक्स, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र और आधार कार्ड के लिए पहुंचते है। प्रतिदिन सैंकड़ों शहरवासी की अपने कार्यों के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
23 करोड़ के राजस्व वसूली का लक्ष्य
नगर निगम को गृहकर से करीब 23 करोड़ का राजस्व मिलने का लक्ष्य है। इसके लिए 51 वार्डों में तहसीलदारों को प्रतिनियुक्त भी किया गया है। लेकिन अगर नगर निगम में लोग टैक्स जमा करने पहुंचते हैं तो उन्हें तहसीलदारों को खोजने में घंटों बीत जाते हैं। निगम में तहसीलदारों के बैठने के लिए न तो कोई कमरा है और न ही टैक्स जमा करने के लिए काउंटर की व्यवस्था। बस कार्यालय परिसर में पीपल के वृक्ष की छांव में होङ्क्षल्डग टैक्स की रसीद काटने को विवश हैं। बारिश हो या धूप पेड़ की छांव में बैठकर निगम का खजाना भर रहे हैं। यह उपेक्षा लंबे अर्से से जारी है। अब तक इनके लिए सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। जबकि तत्कालीन नगर आयुक्त अवनीश कुमार ङ्क्षसह ने पार्षद कक्ष के समीप तहसीलदारों के लिए काउंटर बनाने की कवायद शुरू की थी। लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद कार्ययोजना पेंङ्क्षडग हो गई।
स्थायी समिति की बैठक में जनसुविधा के लिए प्रस्ताव लिया जाएगा। लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। तहसीलदारों की सुविधा पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
- सीमा साहा, मेयर