देवी दुर्गा की आराधना में लीन हुआ भागलपुर, आइए... देखिए यहां स्थापित देवी प्रतिमाएं

मारवाड़ी पाठशाला में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा। शहर में एक से एक से बढ़कर एक प्रतिमाएं स्थापित की गई है। शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Wed, 17 Oct 2018 07:11 PM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 12:49 PM (IST)
देवी दुर्गा की आराधना में लीन हुआ भागलपुर, आइए... देखिए यहां स्थापित देवी प्रतिमाएं
देवी दुर्गा की आराधना में लीन हुआ भागलपुर, आइए... देखिए यहां स्थापित देवी प्रतिमाएं

भागलपुर [दिलीप कुमार शुक्ला]। देवी दुर्गा की आराधना में भागलपुर शहर सहित आसपास का क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। मंगलवार से ही श्रद्धालु शहर के विभिन्न मंदिरों और पंडालों में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमाओं का दर्शन करने पहुंचने लगे हैं। बुधवार को अष्टमी के दिन भारी भीड़ शहर में उमड़ी। शहर में एक से बढ़कर एक प्रतिमाएं स्थापित की गईं हैं, जिसकी भव्यता देखते ही बनती है।

इस साल यहां भव्य प्रतिमाओं को देखकर आप हैरान रह जाएंगे और आप भी चाहेंगे कि भागलपुर के दुर्जापूजा को अपनी नजर से निहार लें।


आदमपुर में स्थापित दुर्गा प्रतिमा 


भीखनपुर में स्थापित दुर्गा प्रतिमा 


दुर्गा बाड़ी में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा


घोघा गोल सड़क स्थित देवी दुर्गा की प्रतिमा 


खंजरपुर स्थित हिन्द ए युवा संघ की दुर्गा प्रतिमा


कचहरी चौक पर बने पंडाल में ​स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा


काली बाड़ी स्थित दुर्गा प्रतिमा 


मां वैष्णवी दुर्गा मंदिर हाउसिंग बोर्ड बरारी


महाशय ड्योढ़ी चंपानगर में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा 


मारवाड़ी पाठशाला में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा 


मुंदीचक गढ़ैया में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा 


एनटीपीसी कहलगांव में स्थापित देवी दुर्गा प्रतिमा 


तिलडीहा में स्थापित देवी दुर्गा की ऐतिहासिक प्रतिमा

बागबाड़ी सूर्यलोक कॉलोनी में पहली बार देवी दुर्गा प्रतिमा स्थापित की गई है

 
विषहरी मंदिर के सामने ईश्वरनगर में स्थापित देवी दुर्गा की प्रतिमा 

भागलपुर शहर में तीन दर्जन से ज्यादा पंडालों में प्रमिताएं स्थापित हैं तो लगभग दो दर्जन से ज्यादा मंदिरों में भी देवी दुर्गा की ​वि​धिवत पूजा हो रही है। कुछ मंदिरों में तो बांग्ला पद्धति से भी पूजा की जाती है। यहां के कुछ मंदिर आध्यत्मिक दृष्टि से काफी महत्व रखते हैं। कई शक्तिपीठ यहां हैं। लोग मनोकामना पूरी करने के लिए इन मंदिरों में आते हैं। कुछ मंदिरों में तो प्रति दिन वर्ष भर पूजा की जाती है। एक ओर जहां ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालु यहां आते हैं, वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में शहर के लोग तिलडीहा, महाशय ड्योढ़ी, तेतरी सहित नवगछिया, कहलगांव, सुल्तानगंज सहित अन्य जगह जाते हैं।

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