भागलपुर IIIT के नाम एक और उपलब्धि, बाबा रामदेव के पतंजलि योग पीठ के साथ मिलकर रोगों पर करेगा शोध

भागलपुर ट्रिपल आइटी के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने जा रहा है। बाबा रामदेव के पतांजलि योग पीठ के साथ मिलकर इस पर काम करने की योजना तैयार की गई है। इसके लिए दोनों संस्‍थाओं के बीच करार हो गया है। अब...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:05 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:05 PM (IST)
भागलपुर IIIT के नाम एक और उपलब्धि, बाबा रामदेव के पतंजलि योग पीठ के साथ मिलकर रोगों पर करेगा शोध
बाबा रामदेव के साथ ट्रिपल आइटी के निदेशक अरविंद चौबे।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। मनुष्यों में होने वाले विभिन्न तरह के रोगों पर ट्रिपल आइटी और पतंजलि योग पीठ मिलकर शोध करेगा। जल्द ही इसके लिए दोनों संस्थानों के बीच करार होगा। इसको लेकर ट्रिपल आइटी के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने हरिद्वार में योग गुरु बाबा रामदेव से मुलाकात की। निदेशक ने बाबा रामदेव को कोरोना का पता लगाने के लिए एक्सरे और सीटी स्कैन के प्रयोग से विकसित साफ्टवेयर के बारे में बताया।

- पतंजलि योग पीठ के स्वामी रामदेव से निदेशक ने की मुलाकात

- दोनों संस्थानों के बीच होगा शोध के लिए करार

कोरोना का पता लगाने वाले साफ्टवेयर का किया प्रदर्शन

ट्रिपल आइटी के पीआरओ डा. धीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि साफ्टवेयर के बारे में जानने के बाद बाबा रामदेव ने निदेशक को पतंजलि योग पीठ अनुसंधान प्रयोगशाला बुलाया। वहां निदेशक ने प्रयोगशाला के उपाध्यक्ष डा. अनुराग वाशनदेव से मुलाकात की। प्रयोग के लिए उपलब्ध संसाधनों का प्रदर्शन किया। ट्रिपल आइटी के डा. संदीप राज ने कोरोना का पता लगाने वाले साफ्टवेयर का प्रदर्शन किया, जिसे देख बाबा रामदेव काफी प्रभावित हुए। प्रदर्शन के बाद रामदेव ने समझौता का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद साफ्टवेयर को प्रयोगशाला में निशुल्क लगाया गया।

बीमारियों का पता लगाने वाले साफ्टवेयर पर शोध का आग्रह

योग पीठ अनुसंधान में बैठक के बाद वहां के शोधार्थियों ने मानव में आयुर्वेद शरीर के अनुसार बीमारियों का पता लगाने वाले साफ्टवेयर पर शोध का आग्रह किया। शोधार्थियों ने कहा कि आयुर्वेद शरीर के अनुसार वात, पित्त और कल्प से बीमारियां होती हैं, जिसे आयुर्वेद के चिकित्सक रोगी के शरीर का आकार और चेहरे को देखकर पता लगाते हैं। इस तरह के साफ्टवेयर को विकसित करने के लिए पतंजलि ट्रिपल आइटी को हर संभव मदद करेगी। इस संबंध में दोनों संस्थानों के बीच समझौते के बाद कार्य शुरू होगा।

साफ्टवेयर को विधिवत तरीके से किया जाएगा लांच

निदेशक ने बताया कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की थी। उन्हें बताया कि आइसीएमआर की कमेटी ने कोविड के साफ्टवेयर को अपनी सहमति दी है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इस साफ्टवेयर को विधिवत तरीके से लांच किया जाएगा। जल्द ही इसकी तिथि दी जाएगी।  

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