Bhagalpur flood latest update: गंगा और कोसी नदी में भीषण कटाव, दो दर्जन से अधिक घर नदी में समाए
Bhagalpur flood latest update भीषण कटाव को देख बड़ी संख्या में ग्रामीण जाने लगे हैं सुरक्षित स्थान की ओर। कटाव तत्काल नहीं थमा तो बड़े इलाके का मिट जाएगा नामोनिशान। एक माह से ज्ञानीदासटोला में हो रहा है भीषण कटाव।
जागरण टीम, नवगछिया/पीरपैंती (भागलपुर)। रंगरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तीनटंगा दियारा पंचायत के ज्ञानी दास टोला में डेढ़ किलोमीटर के दायरे में भीषण कटाव हो रहा है। सूचना मिलते ही जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजेंद्र कुमार मेहता के नेतृत्व में अभियंताओं की टीम ने कटाव स्थल का जायजा लिया। टीम नाव पर सवार होकर कटाव स्थल का मुआयना किया।
एक माह से ज्ञानीदासटोला में हो रहे कटाव की रफ्तार काफी तेज हो गई है। गंगा नदी कटाव करते हुए एक दर्जन घरों के समीप पहुंच चुकी है। अगर कटाव की रफ्तार नहीं थमी तो बड़ा इलाका नदी में समा जाएगा। भीषण कटाव को देखते हुए ज्ञानी दास टोला के कई परिवार अपने घर को खाली कर रहे हैं। कटाव का खतरा दो पंचायत के लोगों पर हैं। इन दोनों पंचायतों की लगभग 50 हजार की आबादी बेघर होने के कगार पर पहुंच चुकी है। पंचायत के भोला मंडल, गणपति मंडल, राजकुमार रजक, विनोद मंडल, मदन मोहन मिश्रा आदि ने दोनों पंचायतों के अस्तित्व को बचाने की सरकार से गुहार लगाई है।
कहते हैं कार्यपालक अभियंता
जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार ने कहा कि लगभग डेढ़ किलोमीटर के दायरे में कटाव होने का अनुमान है। नदी का जलस्तर घटने के साथ ही शुरू हो गया है। कटाव को रोकने के लिए विभाग द्वारा हर संभव प्रयास जारी है। दोनों पंचायतों को अस्तित्व को बचाने के लिए विभाग द्वारा स्थाई रूप से कटाव निरोधी कार्य की रूपरेखा तैयार कर सरकार को भेजी जा रही है। प्रस्ताव की स्वीकृति मिलने के साथ ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
टपुआ विद्यालय कटाव के मुहाने पर
पीरपैंती प्रखंड के रानी दियारा के 11 नंबर वार्ड के गंगा में समा जाने के बाद टपुआ बुनियादी विद्यालय पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है। रानी दियारा पंचायत में कुल 16 वार्ड है। जिसमें वार्ड एक से लेकर ग्याहर तक रानी दियारा गांव में था। वार्ड 12 से 16 तक टपुआ गांव में है। रानी दियारा के 11 वार्ड गंगा में समा जाने के बाद करीब तीन हजार वोटर 2021 के पंचायत आम चुनाव में टपुआ विद्यालय में मतदान करेंगे। दूसरी ओर, यदि टपुआ विद्यालय कटाव के भेंट चढ गया तो रानी दियारा के वोटरों की परेशानी बढ़ सकती है।