भागलपुर डीएम की दो टूक, एनएच किनारे नगर निगम कूड़ा गिराए तो करें मुकदमा
भागलपुर में इन दिनों काफी गंदगी है। हर ओर कूड़ा ही कूड़ा है। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी जताई है। एनएचएआइ मुंगेर के परियोजना निदेशक को डीएम ने दिया निर्देश। बाइपास के किनारे नगर निगम लगातार कूड़ा डंप कर रहा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नगर निगम द्वारा एनएच व बाइपास किनारे कूड़ा डंप करने के मामले को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने एनएचएआइ मुंगेर के परियोजना निदेशक को नगर निगम पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
एनएचएआइ मुंगेर के परियोजना निदेशक द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि नगर निगम द्वारा बाइपास किनारे लगातार कूड़ा डंप किया जा रहा है। इस संबंध में नगर निगम को पूर्व में पत्र भी दिया गया था। लेकिन नगर निगम द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि नगर आयुक्त को बाइपास किनारे कूड़ा डंप नहीं किए जाने के लिए पूर्व में निर्देशित किया गया था। इस संबंध में जिलाधिकारी ने एनएचएआइ के परियोजना निदेशक को निर्देशित किया कि यदि अनाधिकृत रूप से बाइपास के किनारे नगर निगम द्वारा कूड़ा डंप किया जाता है तो आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
नगर निगम ने बिगाड़ दी बाइपास की सूरत
नगर निगम ने बिना किसी आदेश के बाइपास किनारे चार किलोमीटर क्षेत्र को कूड़ा डंपिग जोन बना दिया है। बाइपास के किनारे जगह-जगह कूड़ा जमा कर टीले में तब्दील किया जा रहा है। सुंदरीकरण के लिए बाइपास किनारे लगाए गए सैकड़ों पौधों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। बचे-खुचे पेड़-पौधे भी सूखने के कगार पर हैं। बाइपास होकर हर दिन 20 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। बाइपास किनारे कूड़ा डंप किए जाने से सड़क के दोनों ओर के फ्लैंक की चौड़ाई 40 से 70 फीट तक बढ़ गई है। इससे अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि निगम कितना कूड़ा वहां डंप करा रहा है। जिलाधिकारी की सख्ती के बाद भी निगमकर्मी मनमानी कर रहे हैं। वे जहां चाहते हैं, वहां कूड़ा डंप कर दे रहे हैं।
इलाके के लोगों के विरोध के बाद भी समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकाला जा रहा है। एनएच ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं। हाल में सफाईकर्मियों ने हड़ताल की थी। शहर में कूड़े का अंबार लग गया था। हड़ताल समाप्त होने के बाद निगम ने कूड़ा उठाव शुरू किया। कूड़े को डंपिंग ग्राउंड कनकैथी में गिराना था। दिन में कंपैक्टर से कनकैथी कूड़ा ले जाया जा रहा था। अंधेेरा होते ही दो डंफर के जरिए बाइपास किनारे ही कूड़ा डंप कर दिया गया।