Bhagalpur Crime: खुद ही रची थी अपहरण की साजिश, पिता के मोबाइल पर भेजे थे ये मैसेज

Bhagalpur Crime इशाकचक से अगवा छात्र को छोड़ने के एवज में दो लाख की लाल थी फिरौती। पिता के मोबाइल पर सौरभ ने ही भेजे थे मोबाइल पर मैसेज रुपये देने पर छोड़ दिया जाएगा बेटा। पिता ने दर्ज कराया था केस जताई थी अपहरण कर लिए जाने की आशंका

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:40 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:40 AM (IST)
Bhagalpur Crime: खुद ही रची थी अपहरण की साजिश, पिता के मोबाइल पर भेजे थे ये मैसेज
सौरभ कुमार ने खुद रची थी अपनी अपहरण की साजिश।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। इशाकचक थानाक्षेत्र के भोलानाथ पुल के समीप से 15 मई शनिवार को अगवा 18 वर्षीय छात्र सौरभ कुमार रविवार की रात घर लौट गया। उसी ने पिता से दो लाख रुपये ऐंठने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रच डाली थी। पिता को मोबाइल पर मैसेज भेज दो लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। सौरभ ने अपने मोबाइल से  पिता के मोबाइल पर मैसेज भेज रुपया जल्द भेजने को कहा था। इसके लिए सौरभ के पेटीएम अकाउंट पर रकम भेजने को कहा था। फिरौती मांगे जाने की घटना बाद पिता ने तत्काल इशाकचक इंस्पेक्टर को इसकी जानकारी दी थी।

इंस्पेक्टर एसके सुधांशु ने सौरभ के पिता के मोबाइल से ही मेसेज भेज कहा कि वह रुपये दे देंगे। इसबीच घटनास्थल के सीसी कैमरे और उसके मोबाइल लोकेशन की तकनीकी जानकारी ले मामले की हकीकत पता कर ली। सौरभ उधर से मेसेज भेज अगाह किया कि जबतक रकम नहीं भेजेंगे बेटे को नहीं छोड़ा जाएगा। जितनी देर रकम भेजने में करेंगे, उतनी देरी बेटे को छोड़ने में लगेगी। उसपर यह बताया रकम उस मोबाइल पर नहीं भेज सकते, दूसरा मोबाइल नम्बर भेजो। उसके बाद उधर से मोबाइल ऑफ कर लिया गया। घटना की बाबत इशाकचक थाने में पिता दिलीप कुमार ने काफी खोजबीन बाद शनिवार की रात केस दर्ज कराया था। दर्ज केस में पिता ने बेटे का अपहरण कर लिए जाने की आशंका जताई थी। बेटे के घर फुव्हते ही पिता उसे थाने ले गए। वहां उसने इंस्पेक्टर के समक्ष सारी कहानी कबूल कर ली। उसे फटकार लगा इंस्पेक्टर ने उसका बयान दर्ज किया है। उसका अदालत में भी बयान दर्ज कराया जाएगा।

पिता को चश्मे का फ्रेम बदलने की बात कह बाजार को निकला था सौरभ

पिता दिलीप कुमार ने इशाकचक इंस्पेक्टर को बताया था कि बेटा चश्मे का फ्रेम बदलवाने की बात कह घर से निकला था। उसके घर नहीं पहुँचने पर वह चिंतित हो गए। पहले दोस्तों और रिश्तेदारों से संपर्क साध पता किया लेकिन जैसे ही देर होती गई वो अनहोनी की आशंका से विचलित होने लगी थी तो केस दर्ज कराया था।

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