Bhagalpur Crime: लुटेरों ने दूसरे दिन एसएम कॉलेज रोड में 15 हजार लूटकर भागे

भागलपुर में लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है। पुलिस की सक्रियता का कोई असर नहीं दिखता है। लोग परेशान हैं। हर जगह लूटपाट हो रही है। लोग दहशत में है। बैंक आने जाने वालों पर अपराधियों की नजर रहती है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 01:53 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 01:53 PM (IST)
Bhagalpur Crime: लुटेरों ने दूसरे दिन एसएम कॉलेज रोड में 15 हजार लूटकर भागे
भागलपुर में लूट की घटना बढ़ती जा रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। बाइक सवार लुटेरे लॉकडाउन में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए शहरी क्षेत्र में दूसरे दिन भी लूट को अंजाम दे पुलिस को चुनौती दे डाली है। बाइक सवार लुटेरों ने स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से 15 हजार रुपये निकाल कर घर जा रहे दिनेश दास से लूट लिए। बदमाशों ने लूट को तब अंजाम दिया जब वह बैंक से निकल कर पैदल एसएम कॉलेज रोड की तरफ जा रहे थे। दिनेश के हाथ मे रुपये, पासबुक आदि वाला बैग था। तभी पीछे से बाइक तेजी से आई और पीछे बैठा बदमाश रुपये वाला बैग छीन कर भाग निकला। घटना के कुछ देर बाद ही दिनेश को लोगों ने सूचना दी कि एक लावारिश बैग पीडीए हुआ है। वहां देखा तो बैग उसी का था। बैग से रुपये गायब थे, पासबुक आदि बैग में ही था। दिनेश ने घटना की जानकारी जोगसर थाने को दे अज्ञात बाइक सवार दो बदमाशों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है। दिनेश छोटी खंजरपुर के रहने वाले हैं। जोगसर पुलिस लुटेरों का पता लगाने को सीसी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है।

80 हजार की लूट का नहीं मिला सुराग, लूट का तरीका एक जैसा

स्टेट बैंक की मुख्य शाखा से 80 हजार रुपये निकल कर बुजुर्ग पिता संग घर जा रहे राजेन्द्र प्रसाद से बुधवार को बाइक सवार बदमाशों ने 80 हजार लूट लिए थे। बदमाशों ने घटना बैंक से चंद फर्लांग की दूरी पर बरारी थानाक्षेत्र में किया था। मामले में पुलिस को कोई सफलता हासिल नहीं  लग सकी है। शहर के दो थानाक्षेत्र में लूट की लगातार हुई दो घटनाओं ने लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है।

लगातार हो रही लूट की घटनाएं

भागलपुर में लगातार लूट की घटनाएं हो रही है। बताया जा रहा है कि अपराधी यहां बैंक आने-जाने वाले ग्राहकों पर विशेष नजर रखती है। बैंक से निकलने पर ग्राहकों के रुपये लेकर भाग जाते हैं। पुलिस को शिकायत मिलने पर ज्‍यादा कार्रवाई नहीं होती। बहुत मुश्किल से किसी तरह पुलिस प्राथमिकी दर्ज करती है। प्राथमिकी भी दर्ज नहीं करना चाहती। कागजी कार्रवाई के बाद मामला फ‍िर ठंडा जा सकता है। लोगों का विश्‍वास पुलिस से उठता जा रहा है।

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