Bhagalpur Crime : भागलपुर में अपराधियों ने युवक को दौड़ा-दौडा कर मारी गोली, मौत
भागलपुर में एक युवक की सुबह-सुबह हत्या कर दी गई। अपराधी हाल में ही जेल से जमानत पर निकला था। अपराधियों ने उसे दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारी है। इस घटना के विरोध में स्वजनों ने पुलिस के खिलाफ सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बबरगंज थानाक्षेत्र के सकरुल्लाचक निवासी पंकज चौधरी (25 वर्ष) की बुधवार की सुबह 8.20 गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने पंकज को तब निशाना बनाया जब वह बुधवार की सुबह आठ बजे मोदीनगर के लिए घर से निकला था। घात लगाए बदमाशों ने पंकज को दौड़ा-दौड़ा कर तीन गोली मारी। हमलावरों की संख्या आधा दर्जन से अधिक थी जो गलियों में पहले से घात लगाए थे। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में अफरातफरी मच गई। सुबह टहल कर घर लौट रहे लोग भी जैसे-तैसे गलियों में भाग कर खुद को चल रही गोलियों से बचाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार छह-सात की संख्या में बदमाश अचानक गोलियां दागने लगे। उनके निशाने पर पंकज था। हमलावरों ने आधा दर्जन से अधिक गोलियां दागी थी जिसमें पंकज को तीन गोलियां कनपटी और शरीर के अन्य हिस्से में लगी। पंकज की मौत मौके पर हो गई। घटना की जानकारी पर बबरगंज पुलिस पहुंची और उसके शव को जवाहर लाल नेहरू अस्पताल भेज दिया। पंकज पिछले साल जमानत पर जेल से बाहर आया था। अपने गोतिया के मामा दिनेश चौधरी की हत्या में जेल गया था। पंकज के भाई मनीष चौधरी ने पुलिस को बताया कि पंकज को दौड़ा दौड़ा कर मोहदी नगर में राहुल चौधरी, मिठू चौधरी, अजय चौधरी, विवेक चौधरी, भूषण चौधरी, गोलू, जीतू आदि ने दौड़ा दौड़ा कर गोलियां मारी। मौके पर ही पंकज ने दम तोड़ दिया। बबरगंज पुलिस उसे लेकर मायागंज अस्पताल लाई। चिकित्सकों ने पंकज को मृत घोषित कर दिया।
दिनेश की हत्या बाद से पूरा परिवार महमदाबाद में रह रहा था।
पंकज के पिता सखीचन्द चौधरी, मां सकुन्तला देवी ने बताया कि हमारे गोतिया के भाई दिनेश चौधरी की हत्या प्लाटिंग विवाद में दो साल पूर्व हुई थी। हत्या इलाके के बदमाशों ने की थी। वह अपने घर में बबलू उर्फ ए मियां, चाटी आदि की मदद से जुआ का फड़ चलाता था। उससे किन बदमाशों का विवाद था वह तो वही जानता होगा। उसमें उसकी हत्या कर दी गई लेकिन उसकी पत्नी बबिता देवी ने हमारे बेटों को केस में फंसा दिया। हत्या की घटना बाद से पूरा परिवार सकरुल्लाचक स्थित पुश्तैनी घर छोड़ महमदाबाद में किराए के मकान में रह रहे थे। पंकज के मां-बाप ने बताया कि गोतिया के राहुल और मिठू चौधरी ने पंकज का पता कर लिया फिर योजना बनाकर बुधवार की सुबह उसके बेटे की हत्या कर दी।
एक माह पूर्व मनीष पर भी चली थी गोलियां, बच गई थी जान
पंकज के छोटे भाई मनीष चौधरी ने बताया कि एक माह पूर्व दिनेश चौधरी की विधवा बबिता ने उसे मारने के लिए बदमाशों को भेजा था। उसपर मोहदीनगर में ही गोली चली। किसी तरह वह जान बचाकर भागने में सफल रहा था। मनीष ने बताया कि उसे और उसके भाई को मारने के लिए पांच लाख रुपये की सुपारी बबिता ने मोगलपुरा के बदमाशों को दे रखी थी। उसके भाई की हत्या की साजिश बबिता ने ही रची है। इधर घटना को लेकर एसएसपी निताशा गुडिय़ा के निर्देश पर सिटी एएसपी पूरन कुमार झा पुलिस टीम के साथ इलाके में छापेमारी कर रहे हैं। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले में कुछ बताने से परहेज कर रही है।