Bhagalpur: फर्जी फेसबुक आइडी बना साइबर अपराधियों ने किया कुछ ऐसा कि सभी रह गए हक्‍के-बक्‍के

भागलपुर में लगातार साइबर अपराध का मामला सामने आ रहा है। इस दौरान कई लोगों का फर्जी फेसबुक आइडी बनाने का मामला सामने आ रहा है। फर्जी आइडी बनाकर रुपये मांगे जा रहे हैं। इसी क्रम में एक चिकित्‍सक का फर्जी आइडी बनाने की बात सामने आ रही है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 03:30 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 03:30 PM (IST)
Bhagalpur: फर्जी फेसबुक आइडी बना साइबर अपराधियों ने किया कुछ ऐसा कि सभी रह गए हक्‍के-बक्‍के
फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर रुपये मांगने की शिकायत जारी।

संवाद सहयोगी, नवगछिया (भागलपुर)। नवगछिया में साइबर ठगों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। धर्मशाला रोड निवासी मुकेश कुमार से 45000 ठगी कर लिए जाने का मामला सामने आने के बाद अब साइबर ठग नवगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. बरुण के नाम पर फेसबुक मैसेंजर से पैसे मांग रहा है। मामले की बाबत चिकित्सक ने नवगछिया थाने में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। डा बरुण का कहना है कि उनके नाम से एक डुप्लीकेट फेसबुक अकाउंट बनाकर उसके मैसेंजर से इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है। ठगों ने कई पहचान के लोगों से संपर्क कर 12000 की मांग की है। मैसेंजर पर डाक्टर पर उनका फोटो और नाम रहने के कारण किसी भी व्यक्ति को प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि डा वरुण ही उससे पैसे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कोई भी व्यक्ति भ्रमित हो जा रहा है। गनीमत है कि समय से पहले कुछ लोगों ने डा बरुण से संपर्क किया। तो वे पूरे मामले से अवगत हुए और ठगी का शिकार होने से बाल बाल बच गए। नकली फेसबुक मैसेंजर में 9983319412 नंबर से आईडी बनाया गया है।

बैंक के डिफाल्टर को जेल

बिहपुर पुलिस ने मंगलवार को प्रखंड के जयरामपुर निवासी मनोज कुमार चौधरी को गिरफ्तार कर लिया।बताया गया कि बैंक से ऋण लेकर राशि वापस न करने के आरोप में यह गिरफ्तारी हुई।मंगलवार का आरोपी के घर पर थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह के साथ बैंक के अधिकारी व कर्मी भी पहुंचे थे। गिरफ्तार डिफाल्टर ऋणी को पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

जिले में लगातार साइबर अपराध बढ़ता जा रहा है। आज कल फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाने की बात भी सामने आ रही है। उस आइडी के मैसेज कर रुपये मांगने की सैकड़ों शिकायत साइबर सेल में है। जांच भी हो रही है। ले‍किन इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है। साइबर अपराध बढ़ता ही जा रहा है।

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