Bhagalpur covid 19 update: एक बार फ‍िर बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा, बच्‍चे भी हो रहे संक्रमित

Bhagalpur covid 19 update कोरोना जांच और टीकाकरण में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। इस कारण भागलपुर में कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा एक बार फ‍िर बढ़ गया है। प्रतिदिन कोरोना जांच करवाने का लक्ष्य सात हजार है लेकिन पांच हजार लोगों की जांच होती है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 09:56 AM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 09:56 AM (IST)
Bhagalpur covid 19 update: एक बार फ‍िर बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा, बच्‍चे भी हो रहे संक्रमित
अभी भी कोराना के मिल रहे मरीज, बच्चे भी हो रहे संक्रमित।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur covid 19 update: कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए भले ही स्वास्थ्य विभाग कवायद कर रहा हो, लेकिन आम लोग सतर्क नहीं हैं। इससे कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वही लोग कोरोना जांच भी करवा रहे हैं जो अस्पताल में इलाज करवाने आते हैं। इसके अलावा जिले में भी कोरोना जांच के प्रति लोगों की लापरवाही फिर से संक्रमितों की संख्या बढ़ा सकती है। अभी भी प्रतिदिन चार से छह लोग कोरोना पाजिटिव मिल रहे हैं। इनमें ज्यादातर वहीं लोग हैं जो अस्पताल इलाज करवाने आते हैं।

प्रतिदिन सात हजार कोरोना जांच का लक्ष्य निर्धारित

स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिदिन सात हजार कोरोना जांच करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग अगर कोरोना की जांच करवाएंगे तो कोरोना है या नहीं इसकी जानकारी मिलेगी, लेकिन प्रतिदिन छह हजार से कम लोग जिले में कोरोना जांच करवा रहे हैं। चार से छह लोग कोरोना संक्रमित भी मिल रहे हैं। अगर ज्यादा लोग जांच करवाएंगे तो संक्रमितों की संख्या और भी बढ़ सकती है। वैसे तो सदर अस्पताल में वहीं लोग कोरोना जांच करवा रहे हैं जो आउटडोर विभाग में इलाज करवाने आते हैं, जिन्हें डाक्टर पहले कोरोना जांच करवाने की सलाह देते हैं। या मरीज अस्पताल में भर्ती है। इनमें मायागंज अस्पताल भी शामिल है। प्रतिदिन जांच में चार से छह लोग कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। मायागंज अस्पताल में पिछले दो दिनों में तीन संक्रमित मिले हैं। इलाज करवाने के दौरान जब कोरोना जांच करवाई गई तो संक्रमित मले। इनमें अलीगंज निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग पाजिटिव होते ही अस्पताल से चले गए।

संक्रमण बढऩे का खतरा

डॉ. मनीष ने कहा कि सभी को कोरोना जांच करवाना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी बिना लक्षण के भी लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। वैसे भी बुखार या सर्दी-खांसी होने पर लोग जांच इसलिए नहीं करवाना चाहते की यह मौसम की वजह से हुआ है। यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे लोग परिवार के सदस्यों के अलावा बाहर के लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए सभी को जांच करवानी आवश्यक है। एंटीजन जांच निगेटिव आने के बाद भी आरटीपीसीआर जांच करवानी चाहिए। अगर उसमें भी निगेटिव मिल रही है रिपोर्ट तो एक्सरे और सिटी स्कैन भी करवाना चाहिए।

कोविड नियमों का नहीं हो रहा पालन

अस्पताल में जांच के दौरान भी कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। गुरुवार को मायागंज अस्पताल के आउटडोर विभाग के जांचघर में सैपल देने वाले मरीजों की भीड़ लगी थी। शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। इनमें अगर कोई मरीज संक्रमित है तो दूसरे तो भी संक्रमित कर सकता है।

सभी को कोरोना जांच करवानी चाहिए, ताकि कोरोना संक्रमितों की पहचान हो सके। प्रतिदिन करीब छह हजार लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। प्रतिदिन संक्रमित भी मिल रहे हैं। जबरन किसी को जांच नहीं करवाया जा सकता। लोग खुद आगे आएं और जांच करवाएं। - डा. उमेश शर्मा, सिविल सर्जन

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