Bhagalpur COVID-19 news update: एक वर्ष में 9553 लोग संक्रमित, अप्रैल माह सबसे खतरनाक

Bhagalpur COVID-19 news update कोरोना का दूसरा चरण ज्‍यादा खतरनाक है। डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर है खतरनाक। लोग मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का पालन करना भूल गए। मौत की संख्या भी दोगुनी हुई। संभलकर रहने की जरुरत है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 12:25 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 12:25 PM (IST)
Bhagalpur COVID-19 news update: एक वर्ष में 9553 लोग संक्रमित, अप्रैल माह सबसे खतरनाक
कोरोना का दूसरा फेज ज्‍यादा खतरनाक है।

जागरण सवांददाता, भागलपुर। Bhagalpur COVID-19 news update:  दूसरे फेज में कोरोना ज्‍यादा खतरनाक हो गया है। फस्‍ट फेज में 12 महीनों में जितने कोरोना वायरस से संक्रमित हुए, दूसरे लहर के केवल अप्रैल माह में ही दोगुने लोग संक्रमित हो गए। वहीं मौत का आंकड़े भी काफी बढ़ गए हैं।

वर्ष 2020 के मार्च में जिले में कोरोना ने पांव फैलाना शुरू किया। मुंगेर के कोरोना पॉजिटिव की पहली मौत अस्पताल में हुई थी, 35 वर्ष का युवक चीन से आया था। अस्पताल में जिले का पहला मरीज अप्रैल में भर्ती हुए थे। 65 वर्षीय नवगछिया निवासी थे। आइसोलेशन में भर्ती हुए, 10 दिनों में स्वस्थ हुए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गयी। वे इंग्लैंड गए थे, वापस आने पर कोरोना पॉजिटिव हो गए। नवम्बर से लेकर मार्च 2021 तक जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या काफी कम हुआ, यानी पहले प्रतिदिन 10 से 50 लोग कोरोना से संक्रमित होते थे, संख्या घटकर दो से पांच प्रतिदिन की हो गई। मार्च 2020 से लेकर मार्च 2021 तक जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 9553 रही और 83 लोगों की मौत हुई। पहली मौत 29 मई को जगदीशपुर के 40 वर्षीय युवक की हुई थी। वह मुंबई में संक्रमण का शिकार हुए थे, भागलपुर आने के दौरान मौत हो गयी। इस वर्ष केवल एक माह यानी अप्रैल में 7648 लोग कोरोना की चपेट में आये और 99 लोगों की मौत हो गयी।

70 फीसद ज्यादा प्रभावी है

अस्पताल मेडिसिन विभाग में पदस्थापित वरीय रेजिडेंट डॉ पीबी मिश्रा ने कहा कि कोरोना वायरस इस बार 70 फीसद ताकतवर है। बुखार, गंध, स्वाद नहीँ मिलना, बदन में दर्द होना इसकी पहचान है। लेकिन 4-5 दिनों में स्वस्थ होने के बाद अचानक बीमार पड़ जाता है। साथ ही वायरस उसके फेफड़े को 40 फीसद डैमेज कर देता है। ऑक्सीजन का लेवल अचानक गिर जाता है और मरीज को संभलना मुश्किल होता है। ज्यादातर मधुमेह, किडनी आदि रोग से गस्त लोगों की मौत कोरोना से होती है। इसके अलावा जो मरीज कई दिनों तक घर में रहकर इलाज करवाता है और जब हालत बेकाबू होती है।

क्या सावधानियां बरतें

घर के सदस्य मास्क लगाएं, बाहर जाने से पहले हाथों में सैनिटाइजर लगाए, मास्क पहने, बाहर किसी वस्तु को नहीं छुएं, शारीरिक दूरी का पालन करें, घर आने पर साबुन से हाथों को धोएं। नाक, मुंह, आंख को छुए नहीं, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पॉस्टिक आहार लें।

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