Bhagalpur Coronavirus Update: कोरोना से बचाव के लिए आर्युवेद बनेगा रामबाण, घरेलू सामान से इस तरह तैयार कर सकते हैं आयुर्वेदिक दवा

Bhagalpur Coronavirus Update कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक दवा लाभदायक साबित हो रही है। इसके लिए आपको कही बाहर जानी की भी जरूरत नहीं है। आप घरेलू सामान से इसे अपने घर पर तैयार कर सेवन कर सकते हैं।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 10:52 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 10:52 AM (IST)
Bhagalpur Coronavirus Update: कोरोना से बचाव के लिए आर्युवेद बनेगा रामबाण, घरेलू सामान से इस तरह तैयार कर सकते हैं आयुर्वेदिक दवा
Bhagalpur Coronavirus Update: कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक दवा लाभदायक साबित हो रही है।

संस, नाथनगर। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक दवाएं रामबाण साबित होंगी। लोग इस सस्ती दवाओं और जड़ी बूटियों का उपयोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आसानी से कर सकते हैंं। उक्त बातें नाथनगर आयुर्वेदिक कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ. कृष्णा ङ्क्षसह ने बताई।

कोविड -19 के संक्रमण से बचने के उपाय

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए - गुड़ुची, त्रिकुट, सोंठ, मरीच, पीपल, दाल चीनी, लौंग, इलायची की समान मात्रा मिलाकर चूर्ण बनाएं। इसकी तीन ग्राम की मात्रा शहद से प्रात: शाम लें या इसकी 5 ग्राम मात्रा 200 ग्राम पानी में उबालें, 100 ग्राम पानी बचने पर छानकर मिश्री मिलाकर सेवन करें।

संक्रमित व्यक्ति के लिए-

गिलोयधन वटी, श्वांस कास चिंतामणि रस 2-2 गोली प्रात: शाम गर्म जल या शहद के साथ लें या शंशमनी बटी, श्वासकुठार 2-2 गोली प्रात: शाम गर्म जल या शहद के साथ सेवन करें या आनंद भैरव रस, चन्द्रामृत रस दो-दो गोली सुबह शाम शहद या गर्म जल के साथ लें। या फिर नारदीय लक्ष्मी विलास रस, कफकेतु रस दो-दो गोली सुबह और शाम गर्म जल या शहद के साथ लें या मृत्युंजय रस लवंगादि बटी दो-दो सुबह, शाम गर्म जल या शहद के साथ लें, या महाज्वराकुंश रस, एलादि बटी दो-दो गोली सुबह शाम सेवन करें।

अति संक्रमित व्यक्ति के लिए

सिद्ध मकरध्वज 125 मिली ग्राम, ऋंग भस्म 250 मिली ग्राम शहद मिलाकर सुबह शाम लेंं या रस ङ्क्षसदूर 125 मिली ग्राम, अभ्रक भस्म 250 मिली ग्राम मिलाकर सुबह और शाम लें या मल्ल ङ्क्षसदूर 125 मिली ग्राम, प्रबाल भस्म 250 शहद मिलाकर सुबह शाम लें।

संक्रमित, अतिसंक्रमित व्यक्ति के लिए पेय औषधि

ब्रेांकोरिड सिरप,जेम्स सिरप,कफेश्वरी सिरप, मालाभिक्ष सिरप में से कोई एक सिरप 10 एमएल दो चम्मच की मात्रा में दो से तीन बार पीएं। या अरिष्ट आसव :अर्जनारिष्ट ,अश्वागंधारिष्ट, द्राक्षारिष्ट, वासारिष्ट, अमृतारिष्ट में से एक या दो का 15 एमएल तीन चम्मच की मात्रा समान भाग जल मिलाकर दोपहर एवं रात्रि भोजनोपरांत सेवन करें।

भोजन के रूप मे इन सब चीजों का उपयोग करें

रोटी, दलिया, खिचड़ी मूंगदाल का, हरी सब्जी कद्दू, परवल, परोल, गाजर, चुकंदर, नींबू, हरी धनिया, मौसमी फल, बार्ली हल्दी युक्त दूध आदि का सेवन करें।

ऐसे रहें -

हवादार कमरे मे रहें, साफ सुथरा बिछावन आदि का प्रयोग करें, मास्क का प्रयोग करें। प्रत्येक एक घंटे पर हाथ को साबुन से धोएं। हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

इसके अलावा नाक, कान मे शुद्ध सरसों तेल, गोधृत या विल्व तैल दो -दो बूंद सुबह और शाम डालें। हल्दी एवं सेंघा नमक गर्म जल मे डालकर सुबह, शाम गरारा करें। पानी को उबालकर थोड़ा गर्म ही पीएं।

वहीं संक्रमित बच्चों को उपरोक्त औषधि की आधी मात्रा ही दी जा सकती है।  

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