Bhagalpur coronavirus news update: कंटेंटमेंट जोन में व्यवस्था की राह ताक रहे संक्रमित, बढ़ रहा संक्रमण

Bhagalpur coronavirus news update कोरोना वायरस का संक्रमण तिलकामांझी मोहल्ले में सबसे ज्‍यादा है। बावजूद यहां नियमों का उल्लंघन हो रहा है। बैनर पोस्टर भी नदारद लोगों को संक्रमित घरों की जानकारी भी नहीं मिल रही है। इससे संक्रमण भी बढ़ता जा रहा है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 01:41 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 01:41 PM (IST)
Bhagalpur coronavirus news update: कंटेंटमेंट जोन में व्यवस्था की राह ताक रहे संक्रमित, बढ़ रहा संक्रमण
भागलपुर में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है।

जागरण संवाददाता भागलपुर।  Bhagalpur coronavirus news update: शहर में कोरोना संक्रमित लोगों के घरों के आसपास के क्षेत्रों को प्रशासन द्वारा माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाना है, लेकिन यहां प्रशासन खानापूरी करने में लगा हुआ है। नियम के अनुसार जिस घर के पांच परिवार संक्रमित हुए हैं उसे सील करना है। उसके घर के आस-पास गलियों को सील कर आवागमन भी रोकना है। शहरी क्षेत्र में 58 माइक्रो कंटेनमेंट जोन है जहां नियम ताक पर रखकर काम किया जा रहा है। लेकिन पीडि़तों के घरों पर कोई बैनर या पोस्टर तक नहीं लगाए गए हैं। साथ ही जहां भी जोन बनाए जा रहे हैं वहां प्रशासन द्वारा कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ऐसे क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन तक नहीं किया जा रहा है।

बांस बल्ला भी उखाड़ रहे लोग

जिला प्रशासन की ओर से आदमपुर सच्चिदानंद नगर वह तिलकामांझी के कई इलाकों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन मानकर बैरिकेडिंग की गई। वर्तमान दौर में 50 जगहों पर दावा है कि बांस बल्ली लगाए गए हैं। लेकिन कई जगहों पर स्थानीय लोगों ने मास बल्ले तक उखाड़ दिए हैं। इसकी सतत निगरानी प्रशासन द्वारा नहीं कराई जा रही है। कंटेनमेंट जोन को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। जबकि जिला प्रशासन ने निगम को समय-समय पर सैनिटाइजर छिड़काव का भी आदेश दिया है। इसका भी सख्ती से अनुपालन नहीं हो पा रहा है। आधा अधूरा सैनिटाइजर कॉल कर टीम लौट जाती है। होम क्वारेंटाइन वाले घरों मे भी पर्चा चिपकाया नहीं जा रहा है। वही कंटेनमेंट जोन के नाम पर संक्रमित व्यक्ति के घरों को ही बांस बल्ला से सील कर दिया जा रहा है। ऐसे में इन लोगों को रोजमर्रा से संबंधित सामग्री की भी समस्या उत्पन्न हो रही। ऐसे लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। लोग उम्मीद की राह ताक रहे हैं।

तिलकामांझी और जोगसर मैं अधिक परेशानी

वार्ड 32 के तिलकामांझी क्षेत्र में कोरोना संक्रमित की संख्या काफी है। यूं कहें कि 80 फीसद घर इसके चपेट में है। स्थानीय पार्षद हंसल सिंह और उनके परिवार के कुछ सदस्य भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। पार्षद ने बताया कि प्रशासन की जो व्यवस्था है वह सिर्फ कागजों पर दौड़ रही है। पिछले 5 दिनों में हटिया रोड में चार लोगों की मौत हुई है। एक ही परिवार के दो दो सदस्य की मौत संक्रमण के कारण हुआ। बावजूद माइक्रो कंटेनमेंट जोन के नाम पर सिर्फ खानापूरी हो रही है। अधिक प्रभावित वाले क्षेत्रों को अब तक चिन्हित भी नहीं किया जा रहा है। और ना ही शहरी क्षेत्र में सबसे अधिक प्रभावित मोहल्ले को रेड जोन में शामिल किया जा रहा है। जिसके कारण संक्रमित लोग खुलेआम बाजार में घूम रहे हैं और कोरोना संक्रमण बांट रहे हैं। पार्षद हंसल सिंह ने बताया कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में निगम द्वारा सेनिटाइज भी नहीं किया जा रहा है। निगम को खुद सनराइज के लिए बोला था लेकिन इसमें भी लापरवाही बरती गई। मोहल्ले के कुछ गलियों को सेनीटाइज कर निगम की टीम वापस लौट गई। वही वार्ड 21 के पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि इस वार्ड में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। बावजूद जो प्रशासन को व्यवस्था करना चाहिए था, अब तक नहीं कराया गया है।

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