Bhagalpur Coronavirus News Update: 24 घंटे में पांच कोरोना मरीजों की मौत, मृतकों में 29 और 33 वर्ष के युवक शामिल
Bhagalpur Coronavirus News Update भागलपुर में कोरोना से पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें भागलपुर के इसाकचक का भी एक मरीज शामिल है। जिन कोरोना मरीजों की मौत हुई है उनमें खगडिय़ा बांका साहेबगंज के मरीज शामिल हैं। इनमें दो युवकों की भी मौत हुई।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में 24 घंटे के अंदर पांच कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इनमें भागलपुर के इसाकचक का भी एक मरीज शामिल है। जिन कोरोना मरीजों की मौत हुई है उनमें खगडिय़ा, बांका, साहेबगंज के मरीज शामिल हैं। इनमें दो युवकों की भी मौत हुई।
स्थानीय इसाकचक के 33 वर्षीय कोरोना संक्रमित छह अप्रैल को आइसोलेशन में भर्ती किया गया था, बुधवार को मौत हो गई। साहेबगंज निवासी 47 वर्षीय मरीज को 11 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती किया गया। हालत बिगड़ती चली गई और 13 अप्रैल की सुबह आइसोनलेशन वार्ड में मौत हो गई। खगडिय़ा के 29 वर्षीय युवा की मौत आइसोलेशन वार्ड में बुधवार को हुई। 12 अप्रैल को भर्ती किया गया था। कटिहार की 45 वर्षीय महिला को 14 अप्रैल की सुबह भर्ती किया गया, शाम को मौत हो गई। वहीं बांका की 35 वर्षीय महिला की मौत मंगलवार की रात करीब एक बजे हुई।
कोरोना संक्रमित शवों के दाह संस्कार में पीपीई किट का टोंटा
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बरारी स्थित विद्युत शवदाह ग़ृह में कोरोना संक्रमित शवों का दाह संस्कार देर शाम आठ बजे के बाद ही शुरू होगा। यहां सामान्य शवों के दाह संस्कार की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ही संक्रमित शवों की इंट्री होगी। उपनगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा ने इसके लिए आवश्यक निर्देश दिया है। दरअसल, शहर के निजी अस्पतालों से कोरोना संक्रमित शवों को शाम छह से सात बजे के बीच लेकर पहुंच गए। इससे श्मशान घाट पर मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बना रहता है। इस समस्या से शवदाह गृह के कर्मियों ने निगम प्रशासन को अवगत करा दिया है। एक अप्रैल से 14 अप्रैल की सुबह तक निजी और सरकारी अस्पतालों से लाए गए करीब 42 संक्रमित शवों का दाह संस्कार किया गया। प्रति शव के लिए दो पीपीई किट की जरुरत है। लेकिन निगम की ओर 20 पीपीई किट की उपलब्ध कराया गया। यहां किट की कमी के कारण दैनिक कर्मियों में संक्रमित होने का भय बना हुआ है।
इस संबंध में उपनगर आयुक्त सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि संसाधन की कोई कमी नहीं है। वहां कार्य करने वाले लोगों ने इस परेशानी से अवगत नहीं कराया है। पीपीई किट की समस्या नहीं होगी।