Bhagalpur Corona News : जेएलएनएमसीएच में बेड की नहीं होगी कमी, वेंटीलेटर रहते टेक्नीशियन की कमी भी दूर

कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई है। जेएलएनएमसीएच में कई चिकित्सकीय उपकरणों की आपूर्ति की गई है। वहीं सदर अस्पताल सहित जिले के अन्य अस्पतालों में भी बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:58 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:58 AM (IST)
Bhagalpur Corona News : जेएलएनएमसीएच में बेड की नहीं होगी कमी, वेंटीलेटर रहते टेक्नीशियन की कमी भी दूर
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना की दूसरी लहर से सबक लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भले ही संभावित तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है। संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। आक्सीजन व मरीजों के लिए बेड रिजर्व किए जा रहे हैं, लेकिन जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में चिकित्सकों और मानव बल की अभी भी कमी है। ऐसे में तीसरी लहर यदि आती है तो एक बार फिर समस्या उत्पन्न हो सकती है।

जेएलएनएमसीएच में कई चिकित्सकीय उपकरणों की आपूर्ति की गई है। वहीं, सदर अस्पताल सहित जिले के अन्य अस्पतालों में भी बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। आक्सीजन जेनरेशन प्लांट का भी निर्माण तेजी से किया जा रहा है। वेंटीलेटर, आक्सीमीटर आदि चिकित्सीय उपकरण मंगाए गए हैं, लेकिन इन्हें आपरेट करने वाले लोगों की कमी अब तक पूरी नहीं की गई है। इतना ही नहीं जेएलएनएमसीएच में बेड की कमी के कारण बड़ी संख्या में मरीजों को गलियारे में रखना पड़ा था। अस्पताल में चारों तरफ संक्रमित मरीज ही दिख रहे थे। दूसरी लहर में आक्सीजन की भी किल्लत से जूझना पड़ा था। कई मरीजों के स्वजन ने आक्सीजन का फ्लो कम होने की शिकायत की थी। इसके साथ ही वेंटीलेटर और टेक्नीशियन की भी कमी परेशानी का कारण बनी थी। इनमें से कुछ समस्याओं का तो समाधान हो गया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

आक्सीजन का फ्लो नहीं होगा कम

मरीजों को आक्सीजन सही मात्रा में मिले इसके लिए आठ हाई फ्लो नेजल कैनुला मशीन की आपूर्ति सरकार ने की है। मशीन को आइसीयू में रखा गया है। इसके अलावा अस्पताल में रखे 29 वेंटीलेटर में से कुछ ही वेंटीलेटर का इस्तेमाल कोरोना मरीजों के लिए उपयोग किया गया। चूंकि इस समय कोरोना के मरीज नही हैं, इसलिए इमेरजेंसी, आइसीयू सहित अन्य विभागों में सामान्य मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। इसलिए आइसीयू, मेडिसिन के अलावा अन्य विभागों में वेंटीलेटर दिए गए हैं।

आइसोलेशन वार्ड में सौ बेड रिजर्व

जेएलएनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना मरीजों के लिए एक सौ बेड रिजर्व हैं। इनमें 64 बेडों को आक्सीजन पाइपलाइन से जोड़ा गया है, बाकी बेडों को भी जोड़ा जाएगा। आइसीयू में 24 बेड हैं, पर 10 और बढ़ाए जाएंगे। वहीं, बच्चों के लिए 10 कोविड बेड इंडोर शिशु विभाग में लगवाने का काम अंतिम चरण में है। सभी बेडों को आक्सीजन पाइप लाइन से जोडऩे का कार्य किया जा रहा है।

सदर अस्पताल के आइसीयू में बनाए गए छह बेड

सदर अस्पताल में आइसीयू के बेड रखे गए हैं। वेंटीलेटर छह हैं। आवश्यकता के अनुसार बेड बढ़ाए जाएंगेे। सिविल सर्जन डा. उमेश शर्मा ने कहा कि जिले के अनुमंडलीय, रेफरल अस्पतालों में भी 10 से 30 बेड कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए हैं।

नहीं होगी आक्सीजन की कमी

कोरोना मरीजों को अब आक्सीजन की कमी नहीं होगी। मायागंज अस्पताल में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है। यहां प्रति घंटा 60 आक्सीजन सिलेंडर में री-फिङ्क्षलग हो सकेगी। वहीं सदर अस्पताल, कहलगांव और नवगछिया में भी आक्सीजन जेनरेशन प्लांट का निर्माण शुरू कर दिया गया है।  

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