पटना वालों से भी समझदार निकले भागलपुर और मुंगेर के लोग, आंकड़े दे रहा गवाही
एक चौकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। इस आंकड़े के अनुसार भागलपुर और मुंगेर के लोग पटना वालों से ज्यादा समझदार दिख रहे हैं। इतना ही नहींं कई अन्य जिलों की स्थिति भी पटना से बेहतर दिख रही है।
मुंगेर [हैदर अली]। जिले में परिवार नियोजन के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ी है। नव दंपती सहित महिलाओं में परिवार नियोजन के लिए स्थायी और अस्थायी साधनों के इस्तेमाल को लेकर उत्सुकता दिख रही है। यही वजह है कि मुंगेर जिला प्रजनन दर में सूबे की राजधानी को भी पीछे छोड़ दिया है। प्रजन्न दर में मुंगेर का प्रगति रिपोर्ट सूबे में पांचवें नंबर पर है। प्रजनन दर में पहले पायदान पर मुजफ्फरपुर, दूसरे नंबर पर अरवल, तीसरे नंबर गया और चौथे नंबर पर भागलपुर है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में जिले का प्रजनन का दर 3.4 से घटकर 3.0 पहुंच गया है। अब इस आंकड़ों को और नीचे करने की कवायद चल रही है। स्वास्थ्य विभाग की कोशिश है कि जिले का प्रजनन दर 2.0 पर पहुंच जाए।
बंध्याकरण के प्रति रूचि बढ़ी
जिले के फैमिली प्लांनिग को-आर्डिनेटर तस्नीम रजि ने बताया कि जिले के लोगों में परिवार नियोजन के प्रति काफी जागरुकता दिख रही है। जिले के सभी सीएचसी और पीएचसी में परिवार नियोजन के लिए आपरेशन करवाने के लिए काफी संख्या में इजाफा हुआ है। राष्ट्रीय परिवार सर्वे-पांच में 2019- 2020 के आंकड़ों के अनुसार मुंगेर राज्य का पांचवा जिला है। इतना ही नहीं जिले में परिवार नियोजन के लिए संसाधन अपनाने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसका दर 35.4 फीसद से बढ़कर 68 पहुंच गई है। इसी तरह परिवार नियोजन के लिए महिला बंध्याकरण कराने वालों की संख्या 30.7 से बढ़कर 33.7 पहुंच गया है। पुरुष भी प्रजनन दर के प्रति भी जागरूक होने लगे हैं। पुरुष नसबंदी कराने वालों की संख्या भी शून्य से बढ़कर 0.2 पहुंच गया है।
प्वाइंटर्स
-3.4 से घटकर 3.0 पहुंच गया प्रजनन दर
-2.0 पर लाने की कवायद चल रही
-2019- 2020 के आंकड़ों में राज्य में पांचवा जिला
-30.7 से बढ़कर 33.7 पहुंच गई महिला बंध्याकरण की संख्या
-0.2 पहुंचा पुरुष नसबंदी कराने वालों की संख्या
2015-16 के बाद आंकड़ों में तेजी से सुधार
एनएफएचएस का आंकड़ा बताता है कि 2015-16 के प्रजनन दर में काफी तेजी से सुधार हुआ है। 2019- 2020 के सर्वें रिपोर्ट में जिले में परिवार नियोजन के लिए उपयोगी साधन अपनाने वाले लोगों की संख्या में बढ़ी है। परिवार नियोजन के लिए आइयूडी,पीपीएयूडी साधन इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या .तीन का इजाफा हुआ है। जबकि परिवार नियोजन के लिए इंजेक्शन लगवाने वाली महिलाओं की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। प्लांनिग को-आर्डिनेटर ने बताया कि जिले में प्रजनन दर में काफी सुधार आया है। अभी जनसंख्या पखवाड़ा चलाया जा रहा है। पुरुष और महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। इसका भी असर आने वाले दिनों में दिखेगा।